CG VYAPAM-अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए व्यापमं ने शूर की है यह व्यवस्था

Shri Mi
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CG VYAPAM/छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG VYAPAM) के अंतर्गत विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को अब किसी भी त्रुटि के लिए दफ्तर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, बल्कि वे चॉइस सेंटर जाकर खुद ही बदलाव कर सकेंगे. इस संबंध में राज्य सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है.

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इस व्यवस्था के बाद भविष्य में यह लाभ भी मिलेगा कि एक बार नौकरी पाने के बाद कोई भी बेरोजगारी भत्ते का लाभ नहीं ले पाएगा. नौकरी के लिए बड़ी संख्या में आवेदन करने वालों में भी यह जानकारी रहेगी कि कितने अभ्यर्थी पहले से ही नौकरी कर रहे हैं और बेहतर नौकरी के लिए फिर से आवेदन किया है.

CG VYAPAM/अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए व्यापमं ने प्रोफाइल की व्यवस्था शुरू की है. इसके अंतर्गत अभ्यर्थी एक बार अपनी सारी जानकारी अपलोड करेंगे, फिर किसी दूसरे नौकरी के लिए अप्लाई करने के दौरान उन्हें नए सिरे से फोटो या दस्तखत की कॉपी अपलोड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हालांकि आवेदन में कोई भी त्रुटि होने की स्थिति में वर्तमान व्यवस्था में अभ्यर्थियों को व्यापमं के दफ्तर आना होता है.

वर्तमान में वेरिफिकेशन के लिए मोबाइल पर ओटीपी का इस्तेमाल किया जाता है. इसे आधार कार्ड के जरिए किया जाएगा, जहां आवेदक आधार कार्ड के नंबर और बायोमीट्रिक से खुद ही अपने आवेदन की त्रुटि में सुधार कर सकेंगे. इससे उनका आने-जाने का समय और धन दोनों बचेगा. ऐसी स्थिति में राज्य सरकार की ओर से त्रुटि सुधार के लिए जो शुल्क लिया जाता है, उसे भी माफ करने का निर्णय लिया जा सकता है.

दरअसल, व्यापमं की जानकारी में ऐसी कई समस्याएं आई हैं, जिस कारण ऑनलाइन फॉर्म जमा करने के लिए चॉइस सेंटर या किसी भी कम्प्यूटर सेंटर की गड़बड़ी के कारण उन्हें परेशान होना पड़ा. TET परीक्षा के दौरान बड़ी संख्या में आवेदक, जो कि ओबीसी वर्ग के थे, के आवेदन में क्रीमीलेयर का ऑप्शन चुन लिया गया था. क्रीमीलेयर के बच्चों के लिए 90 और नॉक क्रीमीलेयर के लिए 75 नंबर की जरूरत थी. दोनों नंबर के बीच में जिन्हें नंबर मिले ऐसे नॉक क्रीमीलेयर के बच्चों को सुधार के लिए कोर्ट जाना पड़ा था.CG VYAPAM

व्यापमं, पीएससी या विभागों द्वारा सीधी भर्ती के जो आवेदन जारी किए जाते हैं, उसमें बड़ी संख्या में युवा ऐसे होते हैं, जो सभी परीक्षाओं में हिस्सा लेते हैं. पीएससी में निचले पदों में चयनित होने वाले उम्मीदवार बड़े पदों की इच्छा के लिए आवेदन करते हैं. यही स्थिति व्यापमं के लिए भी होती है.

ऐसे में बेरोजगारों की सही डाटा उपलब्ध नहीं होता. राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारों को भत्ता देने की भी शुरुआत की गई है. आधार कार्ड की व्यवस्था लागू होने के कारण यह डाटा भी उपलब्ध हो जाएगा कि नौकरी पाने के बाद कोई बेरोजगारी भत्ता न ले रहा हो.CG VYAPAM

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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