रायपुर। छत्तीसगढ़ वन विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने पूर्ववर्ती दोनों सरकार के द्वारा किए गए छल और वादाखिलाफी के विरोध में करो या मरो आंदोलन में शुक्रवार को बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर हड़ताल पर है।वन विभाग दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष कमल नारायण साहू के नेतृत्व में अनिश्चितकाल के लिए धरना प्रारंभ किया गया। आंदोलन को विजय कुमार झा संरक्षक छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने समर्थन करते हुए कहा है कि 10 दिन में नियमितीकरण करने का वादा करने वाली सरकार 4 साल में कितने दैनिक वेतन भोगी है, यह पता नहीं लगा पाई है।
पूरे प्रदेश में अब केवल हड़ताल हड़ताल हड़ताल की गूंज नजर आएगी। 22 तारीख से सशक्त आंदोलन में कार्यालय न्यायालय औषधालय एवं स्कूल भी बंद रहेंगे। कुछ विरोधी संगठन भ्रामक प्रचार कर रहे हैं कि शिक्षक हड़ताल पर नहीं है जो गणेश और दुर्गा का चंदा नहीं देता वही हिसाब मांगता है। जो आंदोलन नहीं करते वह आंदोलन में नहीं रहेंगे। लेकिन जो 25 से 29 तक आंदोलन किए उस आंदोलन से ज्यादा सफल इसलिए होगा कि पूरे प्रदेश में न्यायिक कर्मचारी संघ एवं कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने भी आंदोलन का समर्थन कर दिया है।