नौकरी लगाने के नाम पर तीन लाख की ठगी..डेढ़ साल बाद धमतरी में पकड़ाया आरोपी..लगातार बदल रहा था लोकेशन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—सरकन्डा पुलिस आदतन धोखेबाज को धोखाधड़ी मामले में एक बार गिरफ्तार किया है। सरकन्डा निवासी नीरज लाल नौकरी लगाने के नाम पर तीन लाख रूपयों की धोखाधड़ी कर करीब डेढ़ साल फरार चल रहा था। आरोपी को धमतरी से घेराबन्दी कर पकड़ा गया । फरारी के दौरान नीरज लाल नागपुर और धमतरी में पुलिस से बचने लगातर लोकेशन बदल रहा था।
 सरकन्डा थानेदार फैजूल होदा शाह ने बताया कि कपिल नगर निवासी स्वाति पाण्डेय ने 10 सितम्बर 2021 को धोखाधड़ी का रिपोर्ट दर्ज कराया। स्वाती ने रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि उसके भाई ऋषभ का परिचय संतोष श्रीवास नामक व्यक्ति से जिला अस्पताल में हुआ। चर्चा दौरान नीरज लाल ने आई.टी.आई. कोनी में नौकरी लगाने की बात कही। संतोष श्रीवास के माध्यम से जून 2018 में नीरज लाल के निवास स्थान गीतांजली सिटी फेस-2 में नौकरी लगाने के लिए 3 लाख रूपये नगद दिया।
नीरज लाल ने भारत सरकार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय राष्ट्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली का नौकरी के लिये प्रमाण पत्र दिया। बताया कि जे. डी. ऑफिस तृतीय मंजिल कम्पोजिट बिल्डिंग बिलासपुर में स्थाई रूप से तृतीय श्रेणी कलर्क के पद पर नियुक्ति हो गयी है। इसके बाद जे. डी. आफिस पहुंचकर नौकरी के संबंध में पता लगायी। जनकारी मिली कि नीरज लाल ने नौकरी लगाने के नाम पर 3,00,000 लेकर फर्जीवाड़ा कर फर्जी नियुक्त पत्र थमाया है। 
स्वाति पाण्डेय की शिकायत पर अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया। रिपोर्ट होने के बाद आरोपी लगातार फरार चल रहा था। पतासाजी के दौरान सायबर सेल के सहयोग से जानकारी मिली कि आरोपी लगातार लोकेशन बदल रहा है। नागपुर महाराष्ट् और धमतरी के बीच आना जाना कर रहा है। पुलिस कप्तान के निर्देश और  सीएसपी पूजा कुमार के मार्गदर्शन में आरोपी नीरज लाल को धमतरी में घेराबन्दी कर विधिवत् गिरफ्तार किया गया है।
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