H3N2 वायरस के खतरों के बीच कल होगी सरकार की बैठक, दो लोगों की गई है जान

Shri Mi
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H3N2 Influenza Cases In India: देश में मौसमी इन्फ्लूएंजा के प्रकोप के बीच हरियाणा और कर्नाटक में H3N2 वायरस से पहली दो मौतें दर्ज की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर आश्वासन दिया कि हालातों की तुरंत बारीकी से निगरानी की जा रही है. इस वायरस के प्रकोप को देखते हुए सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. इससे जुड़ी 10 बातें-

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1- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के मुताबिक पिछले 2-3 महीनों में इन्फ्लूएंजा टाइप A के सबटाइप H3N2 के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई. मौसमी इन्फ्लूएंजा एक तेज सांस का संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से होता है जो दुनिया के सभी हिस्सों को प्रभावित करता है. देश में मौजूदा सांस की बीमारी की मुख्य वजह H3N2 है. भारत में इन्फ्लुएंजा ए (H1N1pdm09), इन्फ्लुएंजा ए (H3N2) और इन्फ्लुएंजा बी (विक्टोरिया) का पता चला है.

2. भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में 9 मार्च तक H3N2 सहित इन्फ्लूएंजा के तरह-तरह के सबटाइप के कुल 3,038 मामलों की पुष्टि हुई है. इनमें जनवरी में 1,245 मामले, फरवरी में 1,307 और मार्च में 486 मामले आए हैं.

3. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में इस वायरस की वजह से दो मौतें होने की पुष्टि की है. मंत्रालय ने इस मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामले मार्च के अंत तक कम होने की उम्मीद जताई है. इन मामलों की ट्रैकिंग की जा रही और संक्रमण और मौतों पर सख्त नजर रखी जा रही है. देश में हर साल मौसमी इन्फ्लूएंजा एक जनवरी से मार्च तक और दूसरा मानसून के मौसम के बाद पीक पर होता है.

4. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि छोटे बच्चों, पहले से अन्य रोगों से पीड़ित वृद्ध व्यक्तियों को मौसमी इन्फ्लूएंजा का अधिक खतरा है. देश में कर्नाटक के हासन में  मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीज 82 साल के हीरे गौड़ा H3N2 से मरने वाले पहले शख्स हैं. हरियाणा के जींद में फेफड़े के कैंसर के 56 साल के मरीज की बुधवार (9 मार्च) को इस वायरस की वजह से मौत हो गई.

5. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने देश में H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा बैठक की. राज्यों को अलर्ट रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की गई है.केंद्र सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है और सभी स्वास्थ्य उपायों के लिए तत्पर है.

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा, “हरियाणा में अब तक H3N2 वायरस के 10 मामले सामने आए…सावधानी की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं है. यह H1N1 जैसा है, यहां तक कि उससे हल्का ही है. हम पूरी तैयारी कर रहे हैं.”

7. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज, “हमने अक्टूबर के दौरान केरल में इन्फ्लूएंजा के मामलों का पता लगाया था और एक सर्कुलर भी जारी किया था. डॉक्टरों को बुखार के मरीजों के सैंपल इन्फ्लुएंजा टेस्ट के लिए भेजने को कहा गया है. वर्तमान में, हमारे पास अलप्पुझा में 2 मामले हैं, कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है और अब तक कोई मौत नहीं हुई है.”

8. इन्फ्लुएंजा H3N2 इस साल की शुरुआत से, इन्फ्लूएंजा के लिए पॉजिटिव टेस्टिंग वाले नमूनों में अहम सब-टाइप है.  डब्ल्यूएचओ ने इसके लिए ओसेल्टामिविर (Oseltamivir) दवा की सिफारिश की है.

9. ऐसा माना जा रहा है कि H3N2 ने अन्य इन्फ्लुएंजा सबटाइप के मुकाबले लोगों को अधिक अस्पताल में भर्ती कराया है. मंत्रालय ने कहा कि सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (SARI) H3N2 के मरीजों में से 10 फीसदी को ऑक्सीजन की जरूरत होती है और 7 फीसदी को ICU देखभाल की जरूरत होती है.

10. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, “कोविड 19 पर अधिकार प्राप्त समूह और कोविड-19 के लिए टीका प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) देश में कोविड और H3N2 स्थिति की समीक्षा के लिए कल एक आंतरिक बैठक करेंगे.”

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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