सरकार की जनहित योजना से किसानों के चेहरे खिले.. गरीबों में उत्साह…पूर्व सांसद कमला मनहर ने बताया… सीएम की महत्वाकांक्षी योजना से लोगों में बढ़ गयी उम्मीद

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— राज्य गठन के बाद छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला सांसद, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री कमला मनहर का जन्मदिन बहुत ही सौम्य और गरिमामय वातावरण में मनाया गया। पूरे दिन बिलासपुर से लेकर रायपुर, दिल्ली तक प्रदेश की पहली महिला सांसद को गणमान्य लोगों ने शुभकामना संदेश भेजा। क्षेत्र के लिए गए उनके प्रयास को दिल से याद किया। लोगों ने बताया कि कमला मनहर अपने नाम के अनुरूप अपना जीवन जनता की सेवा में समर्पित किया है। इस बात को हमेशा याद किया जाएगा।  सदन में नहीं रहने के दौरान भी उन्होने जनता की सेवा में अपना सारा जीवन खर्च किया है। यही कारण है कि क्षेत्र की जनता उन्हें अलग अलग रिश्तों का हवाला देकर श्रद्धा के साथ याद करते हैं।
 
            छत्तीसगढ़ की राजनीति में मनहर परिवार का अपना अलग मकाम है। आम से खास के बीच जब भी राजनीति की चर्चा हुई..मनहर परिवार का नाम हमेशा आया है। ना केवल फर्ज अदायगी के रूप में बल्कि मनहर परिवार का जिक्र जब भी हुआ..लोगों ने उन्हें धर्म जाति पांति  से ऊपर उठकर याद किया है। किसी ने उन्हें मातृ तुल्य याद किया तो किसी ने उन्हें जनता की सच्ची  सेविका बताया। 
 
 
              मनहर परिवार की महिला सांसद रही कमला मनहर पिछले दिनों 75 साल  की हो गयी। जानकारी के बाद आम से लेकर खास तक सभी ने लम्बी उम्र की शुभकामनाए दी है। किसी ने दिल्ली से तो किसी ने रायपुर से अपनी शुभकामनाओं से मोबाइल पर साझा किया। बिलासपुर की जनता ने भी बधाई दी। साथ ही नेताओं ने भी कमला मनहर से मुलाकात अपनी सद्भावना को जाहिर किया। इस दौरान सभी ने उनके सफल कार्यकाल के साथ सफल कामकाज को याद किया। 
 
       बधाई देने वाले कांगेस नेताओं ने बताया कि राज्य बनने के बाद कमला मनहर को प्रदेश को पहली महिला सांसद होने का गौरव हासिल हुआ है। उन्हें समाज की ही नहीं हर गरीबों के लिए सहयोग दरवाजा खोेल कर रखा। जनता के बीच पहुंचकर अपनी सेवाओं का योगदान दिया। मस्तूरी, बिलासपुर में कमला मनहर को आज भी सच्ची जनसेवक के रूप में याद किया जाता है। जबकि आज का दौर ऐसा है कि लोग सक्रिय राजनीति से अलग होते ही भूला दिए जाते है। लेकिन कमला मनहर ने क्षेत्र में ऐसा छाप छोड़ा है। उनका नाम नई पीढ़ी में भी सम्मान के साथ लिया जाता है।
 
               कमला मनहर के सुपुत्र और युवा कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने बताया कि तीन आजादी के समय से परिवार का वातावरण देशभक्त मय रहा। आज भी परिवार में गांधी के विचारों को मंत्र के रूप में पढा और गुना जाता है। दादा शिव प्रसाद गौटिया को सांरगगढ़ विधानसभा की जनता ने सेवा का अवसर दिया। दादा के पदचिन्हों पर चलते हुए पिता भगत राम मनहर को 1974 में मिनीमाता के निधन के बाद उपचुनाव में जनता ने आशीर्वाद दिया। साल 1978 में 90 तक  पिताजी को दो बार  अविभाजित मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य बनने का अवसर दिया। साल  2000 में दुबारा विधायक बने। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद  2000 से 2003 तक सांसद रहे। 
 
                पिता के देहांत के बाद संगठन ने माता कमला मनहर को जनता ने सेवा अवसर दिया। माता कमला मनहर पिता के सेवा मंत्र को गांठ बांधा। और क्षेत्र की जनता का परिवार के बच्चों की तरह ख्याल रखा। जयंत मनहर ने बताया कि माता  पिता ने राजनीति मंच को सेवा का सबसे बड़ा प्लेटफार्म बताया है। बड़े पिता विलास राम मनहर 1977 से 84 तक सारंगढ़ से दो बार विधायक निर्वाचित हुए। भाभी पदमा मनहर को भी जनता ने भरपूर प्यार दिया।
 
                              जयंत ने बताया कि माता पिता ने हमेशा बताया है कि राजनीति को जनता की सेवा का सबसे बड़ा मंच है।  आज प्रदेश की भूपेश सरकार ने गांव गरीब किसानों के हित लगातार काम कर रही है। मां भी सरकार की जनहितकारी योजनाओं से खासा प्रभावित है। उन्हें पूरा विश्वास है कि सरकार की नीतियों से प्रदेश में चारो तरफ खुशहाली दिखाई देने लगी है। उन्हें पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना से एक दिन चारो तरफ खुशियों के बादल नजर आएंगे।
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