CG में झमाझम,इन जिलों में तेज बारिश के साथ गिरे ओले, 5 राज्यों में अलर्ट

मध्यप्रदेश के रायसेन में मौसम ने एकाएक अपना मिजाज बदल लिया और यहां पर तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे हैं। इधर बैतूल में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 32 मवेशियों की मौत हो गई है। शाहपुर थाना क्षेत्र के जामुनढाना गांव में आकाशीय बिजली से 32 बकरियों की मौत हो गई है वहीं कई मवेशी झुलस गए हैं। बता दें कि आज शुक्रवार को उज्जैन के साथ दमोह के पथरिया और देवास में भी बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, रीवा संभाग के साथ कटनी, जबलपुर, पन्ना, सागर और छतरपुर में तेज आंधी के साथ ओले गिर सकते हैं। हवा की गति 40 से 60Km प्रतिघंटा रह सकती है। आकाशीय बिजली के चमकने और गिरने की आशंका जताई गयी है।
इन दिनों देश में मौसम का मिजाज बदल रहा है, कल गुरुवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। उधर तमिलनाडु के चेन्नई से भी गर्जना के साथ बारिश होने की खबर है।
इधर छत्तीसगढ़ के अनेक स्थानों पर आज भी गरज चमक के साथ अंधड़ चलने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अलग अलग हिस्सों में आज भी बादल, बारिश और अंधड़ चलने की संभावना है। प्रदेश के अनेक स्थानों पर आज हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना भी हैं। वहीं एक-दो स्थानों पर गरज- चमक के साथ वज्रपात होने, अंधड़ चलने की संभावना है कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना भी बन रही है, बारिश और ओलावृष्टि की वजह से छत्तीसगढ़ के तापमान में गिरावट का दौर जारी रहेगा, प्रदेशवासियों को गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मौसम विभाग के द्वारा अगले 48 घंटों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। जिसमें मौसम विभाग ने बताया है कि जिले के कई इलाकों में आंधी चल सकती है। गरज के साथ बारिश हो सकती है और कुछ जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान है, जिसको लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद है, उनके द्वारा एसडीआरएफ और नगर सेना की टीम को अलर्ट मोड में रखा गया है। वहीं आज सुबह से ही जिले में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी देखने को मिला है, अभी भी मौसम साफ नहीं है, घने बादल छाए हुए हैं, मौसम को देखते हुए किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ गई हैं, उन्हें अपनी फसलों को बर्बाद होने का डर सता रहा है, वहीं मौसम विभाग के द्वारा भी चेतावनी दी गई है कि ऐसे मौसम में चना और गेहूं की फसल खराब हो सकती है।
इसी प्रकार बलरामपुर जिले में पिछले 2 दिनों से मौसम में अचानक बदलाव आया है मौसम में बदलाव आने कारण रुक रुक कर लगातार बरसात हो रही है, वही तेज हवाएं भी चल रही है। मौसम में बदलाव के कारण ठंड एक बार फिर से वापस आ गया है और लोग इससे बचने के लिए गर्म कपड़े व अलाव का सहारा ले रहे हैं। मौसम में बदलाव के कारण लोग ठंड तो महसूस कर ही रहे हैं ग्रामीण इलाकों में महुआ पर भी इसका खासा असर पड़ा है। इस बार ग्रामीणों को उम्मीद थी कि महुआ की बेहतर पैदावार होगी लेकिन मौसम के कारण उसमें नुकसान होता दिखाई दे रहा है।