रायपुर।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने शदाणी दरबार के पीठाधीश संत गोबिंदराम साहेब के 73 वें जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 51 हिन्दू विस्थापितों को भारतीय नागरिकता पंजीयन प्रमाण पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केन्द्रीय गृृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्रदान करने का यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण और अनुकरणीय है। पूर्व में केन्द्र सरकार द्वारा भारतीय नागरिकता प्रदान की जाती है, परंतु वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए राज्य सरकार को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का अधिकार दिया।छत्तीसगढ़, विस्थापितो हिन्दूओ को भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र देने का आयोजन करने वाला देश का पहला राज्य है। इस पहल के लिए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनका सम्पूर्ण मंत्रीमंडल बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने नागरिकता प्राप्त करने वाले लोगों को बधाई देते हुए कहा कि ’नागरिकता प्रमाण पत्र मिलते ही आप पवित्र भारत भूमि के नागरिक बन गए हैं। अभी कुछ दिन पहले पूरे देश में दीपावली का पर्व मनाया गया है। आज का दिन उनके लिए दूसरी दीपावली मनाने जैसा है। छत्तीसगढ़ से प्राप्त ऐसे अन्य आवेदनों पर केन्दीय गृृह मंत्रालय द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान सहित अन्य देशों मे आए विस्थापित हिन्दू परिवारों , जो अन्य राज्यों में निवासरत हैं।
उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान करने का कार्य तेजी से किया जाएगा। अहीर ने कहा कि शदाणी दरबार महत्वपूर्ण और पवित्र तीर्थ स्थल है, यहां वे बार-बार आते रहेंगे। संतो के बताए मार्ग पर चलने से ही देश प्रगति कर रहा है।मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले समस्त नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि वे समस्त लोग जिन्हें आज नागरिकता प्रदान की गई, उन्हें वर्षो बाद यह सम्मान मिला। यह उनका ही मुल्क है, मगर दुर्भाग्यवश पवित्र भूमि का बंटवारा हुआ और उन्हें पाकिस्तान जाना पड़ा।
उन्होंने कालान्तर में भारत में रहने का निर्णय लिया। वे वर्षो तक भटकते रहे मगर उन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिल पाई थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहल करते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिया और राज्यो को नागरिकता प्रदान करने का अधिकार दिया। उनकी वहज से इन लोगों को आज भारतीय नागरिकता मिल पाई है।
अब इन समस्त लोगों के माथे से विस्थापित होने का कलंक मिट गया। उनके जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन का दिन है। डॉ सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ ऐसे कार्यो में सदैव अग्रणी रहेगा। प्रदेश में विस्थापितों के प्राप्त ऐसे ही अन्य आवेदनों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री उक्त कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।