Health Minister की मौत, ASI ने मारी थी गोली

Shri Mi
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Health Minister -ओडिशा के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की इलाज के दौरान मौत हो गई है. नब किशोर दास को रविवार (29 जनवरी) को दिन में एक पुलिसकर्मी ने गोलियां मारी थीं. अपोलो अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि गोली लगने से घायल हुए ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास (Naba Kishore Das) की मौत हो गई है. ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर शहर में रविवार दोपहर को एएसआई गोपाल दास (ASI Gopal Das) ने नब किशोर दास पर कई गोलियां दागी थीं.

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उस वक्त स्वास्थ्य मंत्री एक बैठक में शामिल होने के लिए जा रहे थे और वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के लिए कार से उतरे थे. हमले में घायल मंत्री को पहले झारसुगुड़ा के अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन बाद में उन्हें हवाई मार्ग से भुवनेश्वर के अस्पताल ले जाया गया.

स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई को पकड़ा

इस हमले के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि अपराध शाखा को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री भुवनेश्वर में नब किशोर दास को देखने अस्पताल भी गए थे.

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुख जताया

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंत्री नब दास के निधन पर दुख जताया है. ओडिशा सीएमओ ने मुख्यमंत्री का बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि नब किशोर दास के दुर्भाग्यपूर्ण निधन से गहरा सदमा लगा है. वह सरकार और पार्टी दोनों के लिए एक संपत्ति थे. उनका निधन ओडिशा राज्य के लिए एक बड़ी क्षति है.

एसआईटी का गठन किया

इस मामले की जांच सीआईडी-क्राइम ब्रांच ने अपने हाथ में ले ली है. साइबर विशेषज्ञ, बैलिस्टिक विशेषज्ञ और अपराध शाखा के अधिकारियों सहित सात सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया गया है. टीम का नेतृत्व डीएसपी रमेश च डोरा कर रहे हैं.

आरोपी की पत्नी का बड़ा दावा

इस बीच गोपाल दास (ASI Gopal Das) की पत्नी जयंती ने कहा कि उन्होंने अपने पति की मंत्री पर गोली चलाने की खबर न्यूज़ चैनलों से सुनी. जयंती ने कहा कि दास पिछले सात-आठ सालों से मानसिक रूप से परेशान है और दवाइयां ले रहे थे. अब वे बिल्कुल सामान्य दिख रहे थे. उन्होंने कहा कि उनके पति ने सुबह अपनी बेटी को वीडियो कॉल किया था. जयंती ने कहा कि उनके पति की मंत्री नब किशोर दास (Naba Kishore Das) से कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं थी.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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