केन्द्रीय विद्यालय में छात्राओं की दिल जीतने वाली प्रस्तुति..प्राचार्य ने कहा..सफलता के लिए..सिर्फ लक्ष्य ही नहीं..दृष्टिकोण भी रखें साफ

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—केंद्रीय विद्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। परम्परानुसार कार्यक्रम के आरंभ में माता सरस्वती का आह्ववान किया गया। केन्द्रीय विद्यालय प्रबंधन ने इस दौरान बच्चों के बीच राष्ट्रीय बालिका दिवस की सार्थकता पर प्रकाश डाला। बच्चों ने भी अभिव्यक्ति के विभिन्न माध्यमों से अपने विचारों को पेश किया। विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि जब तक लक्ष्य निर्धारित नहीं होगा..सफलता हमसे दूर रहेगी। इसलिए हमें अभी से ही लक्ष्य के साथ अपने दृष्टि और दृष्टिकोण को स्पष्ट रखना होगा।
 
               केन्द्रीय विद्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस धूमधाम से मनाया गया। हमेशा की तरह माता सरस्वती के आह्वान के बाद छात्राओं ने मंच से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किाय। इसके पहले प्रबंधन और प्राचार्य ने राष्ट्रीय बालिक दिवस मनाए जाने को कारणों और उद्देश्यों को सबके सामने रखा।
 
विद्यालय के प्राचार्य ने कहा कि दौरा महिला सशक्तिकरण का है। वह दिन लद गए जब महिलाओं का काम सिर्फ घर संभालना था। और बच्चियों के लिए शिक्षा मतलब अक्षर ज्ञान तक था। आज आसमान की ऊंचाइयों से लेकर सागर की गहराईयो को महिलाओं ने सफलता के साथ नाप दिया है। लेकिन इन तमामा उपलब्धियों के लिए हमें साधन के साथ लक्ष्य को हासिल करना होगा। फिर लक्ष्य के साथ दृष्टि और दृष्टिकोण भी स्पष्ट होना चाहिए। प्राचार्य ने कहा केन्द्रीय विद्यालय का अपना सफल रिकार्ड है। उन्हें उम्मीद है कि इस रिकार्ड को हमारी बच्चियां और बेहतर बनाएंगी।
इस दौरान छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम में अपनी अभिव्यक्तियों को अलग अलग विधा में पेश किया।  ग्यारहवीं की छात्रा स्नेहा ने अंग्रेजी कविता पेश कर लोगों का दिल जीत लिया। कक्षा ग्यारहवीं की राशि, निहारिका,और तनिष्का ने भारत की सभी क्षेत्रों की बालिकाओं के योगदान को लेकर ना केवल पॉवर प्रेजेंटेशन दिया। बल्कि उपस्थित लोगों की तालियों को भी समेटा। ग्यारहवी की छात्रा हेमा ने सुन्दर गीत पेश कर लोगों का मन लिया। इसी तरह ग्यारहवीं की काव्या नायक ने देश की बहादुर लड़कियों उपलब्धियों को रोचक अन्दाज में पेश किया। साथ ही कार्यक्रम का सफल संचालन भी किया।
इस दौरान छात्राओं ने एकांकी, समूह गीत, पेंटिग प्रतियोगिता में शिरकत कर राष्ट्रीय बालिक दिवस के आयोजन को सार्थक किया।  कार्यक्रम की सफलता में अर्चना मर्सकोले,माला शर्मा,रागिनी उरांव,राजेश शर्मा,खालिक सिद्दीकी और परमेश्वर साहू का अहम् और विशेष योगदान रहा। 
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