किसानों के लिए अलर्ट: इन राज्यो मे जमकर बरसेंगे बादल,जानिए मौसम का हाल

Shri Mi
4 Min Read

दिल्ली।बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अगले तीन दिन तक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. वहीं उत्तर, मध्य और पश्चिम भारत में अगले चार दिनों तक हल्की बारिश का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को बताया कि उत्तर, मध्य और पश्चिमी हिस्सों में अगले चार दिनों के दौरान हल्की वर्षा होने का अनुमान है.मौसम विभाग ने कहा कि इसी अवधि के दौरान, देश के पूर्वी हिस्से में बारिश की गतिविधि में वृद्धि होने का अनुमान है. विभाग के अनुसार पूरा ‘मॉनसून ट्रफ’ हिमालय की तलहटी के करीब है. इसके 26 अगस्त तक वहीं रहने की संभावना है. IMD ने कहा, ‘अगले चार दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत और पश्चिमी तट पर हल्की बारिश की गतिविधि जारी रहने का अनुमान है.’

Join Our WhatsApp Group Join Now

बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में दो दिन भारी बारिश का अनुमान

बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व भारत की ओर तेज दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम हवाएं 26 अगस्त तक जारी रहने का अनुमान है. पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 27 अगस्त तक भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा गतिविधि जारी रहने का अनुमान है.उत्तराखंड में 29 अगस्त तक भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा गतिविधि जारी रहने का अनुमान है और 27 अगस्त तक बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है.

वहीं निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 26 से लेकर 28 अगस्त तक बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और कई इलाकों में भारी वर्षा हो सकती है. 28 और 29 अगस्त को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ व इसके बाद राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मॉनसून सक्रिया हो सकता है.

जल्द बढ़ेंगी बारिश की गतिविधियां

कुछ दिनों की बारिश के बाद उत्तर-पश्चिम भारत में एक बार फिर ब्रेक मॉनसून जैसी स्थिति हो गई है. हालांकि यह जल्द ही खत्म हो जाएगी. इस महीने के अंत तक मध्य और पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी की संभावना है. इससे पहले अगस्त में करीब दो सप्ताह तक वर्षा नहीं होने के कारण देश के एक बड़े हिस्से में किसान परेशान हो गए थे.उन्हें 18-19 अगस्त से शुरू हुई बारिश से राहत मिली लेकिन एक बार फिर बारिश की गतिविधियां थम सी गई हैं और कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में काफी कम वर्षा दर्ज हो रही है. खरीफ फसलों की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसानों को काफी पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं क्योंकि तेल की कीमतें भी काफी बढ़ी हुई हैं. ऐसे में समय पर बारिश किसानों के लिए काफी मददगार हो सकती है.

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close