लट्ठमार होली से रॉयल होली तक, जानें देश के अलग-अलग हिस्सों में किस तरह मनाई जाती है होली

Shri Mi
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भारत को विविधताओं का देश माना जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में त्योहारों को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. रंगों का त्योहार होली भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस त्योहार को देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है. जहां उत्तराखंड में होली को कुमाउंनी के रूप में जाना जाता है वहीं राजस्थान की शाही होली का आनंद लेने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं. आइए जानें अलग-अलग जगहों पर किन अलग- अलग तरीकों से होली मनाई जाती है.

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उत्तराखंड की होली – उत्तराखंड की परंपरागत होली बहुत ही खास तरीके से मनाई जाती है. ये उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मनाई जाती है. उत्तराखंड में होली को कुमाउंनी होली के नाम से भी जाना जाता है. इस उत्सव के दौरान पुरुष और महिलाएं टोली बनाकर शहर के चारों ओर घूमते हैं. इस मौके पर लोग पारंपरिक पोशाक पहनते हैं, लोक गीत गाते और नृत्य करते हैं. होली से पहले लोग होलिक दहन के लिए भी इकट्ठा होकर होली का जश्न मनाते हैं.

पंजाब की होली – पंजाब में होली को होला मोहल्ला के रूप में मनाया जाता है. ये सिक्खों के पवित्र धर्मस्थान श्री आनन्दपुर साहिब में मनाया जाता है. होली के दौरान आयोजित किया जाने वाला ये मेला पारंपरिक रूप से तीन दिवसीय होता है. इस उत्सव को सिख योद्धाओं की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि देने के रूप में मनाया जाता है. इस उत्सव के दौरान कुश्ती और मार्शल आर्ट जैसे कई अन्य शक्ति-संबंधी अभ्यासों का प्रदर्शन किया जाता है.

उत्तर प्रदेश की होली – उत्तर प्रेदश की लट्ठमार होली न केवल देश बल्कि विदेश में भी मशहूर है. लट्ठमार होली बरसाना, मथुरा, और वृंदावन जैसी जगहों पर मनाई जाती है. इस दौरान महिलाएं लाठियों और बेंत का इस्तेमाल करके पुरुषों के साथ होली खेलती है. पुरुष अपने आप को बचाने के लिए ढाल का इस्तेमाल करते हैं. ये होली बड़ी संख्या में पर्यटकों को अपनी आकर्षित करती है. वहीं कानपुर और गोरखपुर में भी होली का त्योहार बड़े ही उत्साह से साथ मनाया जाता है. यहां मेले का आयोजन किया जाता है. इस मेले को होली मेले के रूप जाना जाता है.

राजस्थान की होली – राजस्थान की होली को रॉयल होली के नाम से भी जाना जाता है. उदयपुर में शाही परिवार की तरफ से होली का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. होली से एक दिन पहले होलिका दहन का आयोजन होता है. इसे मेवाड़ होलिका दहन कहा जाता है. सजे हुए घोड़े और शाही बैंड के साथ उत्सव यात्रा निकाली जाती है.

महाराष्ट्र – महाराष्ट्र में होली को रंग पंचमी या शिग्मा के रूप में मनाया जाता है. ये उत्सव होलिका दहन के दिन सूर्यास्त के बाद शुरू होता है. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं, नचाते हैं और स्वादिष्ट मिठाइयों का आनंद लेते हैं. इस मौके पर पूरन पोली जैसे व्यंजन बनाए जाते हैं.

केरल की होली – केरल में होली को उकुली या मंजल कुली के रूप में मनाया जाता है. दो दिवसीय त्योहार के दौरान लोग पहले दिन मंदिर जाते हैं. अगले दिन गुलाल की बजाए लोग एक दूसरे को हल्दी लगाकर ये त्योहार मनाते हैं.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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