Coronavirus- देश में कोविड (Covid-19) संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. 24 घंटे के भीतर कोविड से करीब 3,000 नए केस सामने आए हैं. देश में कोविड संक्रमण की वजह से मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं. दिल्ली, कर्नाटक और पंजाब में दो-दो मरीज, जबकि गुजरात में एक मरीज की मौत हो चुकी है. हर दिन 2,000 से ज्यादा केस बीते कुछ दिन से सामने आ रहे हैं.
देश में लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण के मामलों के लिए Omicron के नए वेरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है. देश में कोविड की चौथी लहर की आशंका भी लोग जता रहे हैं. ऐसी स्थिति में आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि कोविड का पांचवा वेरिएंट कितना खतरनाक है, जनता के लिए यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है.
क्या है XBB.1.16 वेरिएंट
अमेरिहेल्थ, एशियन हॉस्पिटल में बातौर वायरोलॉजिस्ट काम कर रहीं डॉक्टर चारू दत्त अरोड़ा कहती हैं कि XBB.1.16 ओमिक्रोन का नया वेरिएंट है. इस वेरिएंट की वजह से महाराष्ट्र में अचानक कोविड केस बढ़ने लगे हैं. फरवरी में इसका पहला केस देश में सामने आया है. XBB.1.16 वेरिएंट तेजी से फैलता है, इसके न्यूक्लियोटाइड और अमीनो एसिड में अतिरिक्त म्यूटेशन होता है. यह वैक्सीन से मिले इम्युनिटी और संक्रमण के बाद बने नेचुरल इम्युनिटी दोनों को बेअसर कर सकता है. यह वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को संक्रमित कर सकता है. देश में हर दिन 40 फीसदी से ज्यादा केस सामने आ सकते हैं. यह हाइब्रिड इम्युनिटी को भी बेअसर करने में सक्षम है.
XBB.1.16 क्यों हैं जनता के लिए खतरनाक?
XBB.1.16 वेरिएंट बेहद तेजी से फैलाता है. यह एक हाइब्रिड वेरिंट है, जो कोविड के XXB फैमिली का ही है. यह SARS CoV 2 के म्युटेशन से तैयार ऐसा वैरिएंट है, जिसकी संक्रामक रफ्तार बेहद तेज है. प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नई दिल्ली में इंटरनल मेडिसिन से HOD डॉक्टर अनुराग सक्सेना कहते हैं, ‘XBB ओमिक्रोन के दो वेरिएंट से मिलकर बना हाइब्रिड वेरिएंट है. पूर्व संक्रमण और टीकाकरण से मिली प्रतिरक्षा को यह बेअसर करता है. यह इम्युनिटी को भेदने में सक्षम है और तेजी से फैलता है.’
क्या हैं इस वेरिएंट के लक्षण?XBB.1.16 वेरिएंट के लक्षण ओमिक्रोन की तरह ही हैं. अगर आपको 48 घंटे से ज्यादा वक्त तक हाई फीवर है, खांसी, गले में खराश और शरीर में दर्द है, पेट दर्द कर रहा है और ठंड लग रही है तो आपको चेक करा लेना चाहिए. अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तत्काल परिवार से आइसोलेट हो जाएं और टेस्ट कराएं.
कितना खतरनाक है XXB.1.16 वेरिएंट?
को मॉर्बिडिटी से जूझ रहे लोग, बुजुर्ग, हार्ट पेशेंट, अस्थमा, टीबी, शुगर और किडनी के मरीजों के लिए वेरिएंट खतरनाक हो सकता है. इससे बचने का सबसे सही तरीका वैक्सीनेशन है. वैक्सीन इसके खिलाफ सही प्रतिरक्षा देगा.
क्या चौथे बूस्टर डोज की है जरूरत?
नहीं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन्हें कोविड वैक्सीन के दोनों डोज लगे हैं, उनके शरीर में पर्याप्त इम्युनिटी बन चुकी है. हर्ड इम्युनिटी भी विकसित हुई है. ऐसी स्थिति में फिलहाल एक्सपर्ट्स चौथे डोज की सलाह नहीं दे रहे हैं.