पति पत्नी और साथी ने मिलकर वकील को मारा..लाश को कोंडागांव के जंगलों में लगाया ठिकाना..पुलिस कप्तान का खुलासा..कैसे सुलझी गुत्थी..पढ़ें सनसनीखेज खबर

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—-पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने खुलासा किया कि सकरी निवासी कारोबारी वकील अंसारी के गायब होने और हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया गया है। पुलिस कप्तान ने बताया कि तीन आरोपियों ने मिलकर वकील अंसारी को ब्लैकमेल किया। इसके बाद धारदार हथियार से हत्या करने के बाद शव को कोंडागांव के जंगलों में फेंक दिया। इसके बाद मृतक के एटीएम कार्ड को लगातार प्रयोग कर रूपया भी निकाला। तकनिकी प्रमाण और जांच पतड़ता के बाद हत्या में शामिल तीनों आरोपियों को भिलाई से गिरफ्तार किया गया। मृतक वकील अंसारी के शव को भी बरामद किया है।
आरोपियों का नाम, पता ठिकाना
1)  हेमंत साहू पिता नरेश साहू निवासी विश्वबैंक कालानो, भिलाई सेक्टर तीन..थाना पुरानी भिलाई, जिला दुर्ग।
2) संतोषी वर्मा उर्फ पूजा वर्मा पति हेमंत साहू निवासी विश्वबैंक कालोनी, भिलाई सेक्टर तीनथाना पुरानी भिलाई, दुर्ग
3) गणेश यादव उर्फ सोनू पिता शंकर यादव निवासी विश्वबैंक कालोनी, भिलाई- 03, पुरानी भिलाई, दुर्ग।
मृतक दोस्त ने खोला जांच का दरवाजा
 पुलिस कप्तान ने बताया कि 5 नवम्बर 2022 को आसमा सिटी निवासी अकबरी खातुन ने रिर्पोट दर्ज कराया कि पति वकील असंसार 3 नवम्बर को अंबिकापुर के लिए निकले।  उन्हें 4 नवम्बर 2022 की रात्रि बिलासपुर लौटाना था। पुलिस ने अकबरी की शिकायत को गुम इंसान में दर्ज किया। इसी दौरान अकबरी के हवाले से पुलिस को जानकारी मिली कि वकील अंसारी के साथी ने आर. एस. बागडिया ने अकबरी को फोन कर बताया कि वकील अंसारी का फोन आया था। अंसारी ने बताया कि कुछ लोग उसका अपहरण कर फिरौती की मांग कर रहे हैं। जानकारी के बाद बागड़िया से सम्पर्क किया गया। बागड़िया ने वकील अंसारी की तरफ से किए गे फोन की सारी जानकारी के बारे में बताया। सकरी पुलिस ने आर. एस. बागडिया से मिलने के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का  अपराध दर्ज किया।
 
मामले को विवेचना में लेकर अपहरण किए गए वकील अंसारी के मोबाईल नंबर का सीडीआर , टावर डम्प एवं बैंक संबंधी जानकारी को हासिल किया। मोबाईल लोकेशन के आधार पर संभावित स्थानो मे टीम को रवाना किया गया। जांच पड़ताल के दौरान जानकारी मिली कि अपहृत के एटीएम कार्ड,  फोन पे से लगातार रुपयों का आहरण किया जा रहा है। पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार पर अंबिकापुर कांकेर, कोण्डागांव, हैदराबाद, नागपुर, आगरा, मथुरा, बिहार, रवाना होकर सभी स्थानो का भ्रमण किया। लेकिन अपहृत के बारे में कोई जानकारी नही मिली।
आरोपियों की भिलाई से गिरफ्तारी
पुलिस को पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि अपहृत के मोबाईल नंबर, फोन पे और  एटीएम से पैसे आहरित हुये स्थानो पर कुछ मोबाईल नंबर लगातार उपस्थित मिले। मोबाइल नम्बरों के आधारा पर कार्ड रखने वनाले का पता लगाया गया। 13 जनवरी को 2023 को लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम को भिलाई रवाना किया गया। भिलाई सेक्टर 3 से संदेही हेमंत साहू को हिरासत में लिया गया। हेमन्त साहू ने पुछताछ के दौरान पत्नी संतोषी वर्मा और साथी गणेश यादव उर्फ सोनू के साथ मिलकर वकील अंसारी की हत्या करना कबूल किया। तीनों आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पुछताछ करने के बाद बिलासपुर लाया गया।
क्यों दिया हत्या को अंजाम
 पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने पत्रकारों को बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने हत्या के कारणों के बारे में बताया।  हेमंत साहू भिलाई का रहने वाला है। जुआ सटटा का कार्य करता है।  अत्याधिक कर्ज होने से परेशान था। पत्नी संतोषी वर्मा के साथ अक्टूबर 2022 से लगातार बिलासपुर में नौकरी की तलाश कर रहा था । अक्टूबर में हेमंत साहू और संतोषी वर्मा की मुलाकात वकील अंसारी से भाटापारा स्थित एक पेट्रोल पम्प में हुई। वकील अंसारी ने अपने को पेट्रोल पम्प का मालिक बताया।  इतना सुनते ही हेमन्त साहू के मन लालच पैदा हुआ। दोनो ने मिलकर वकील अंसारी को योजनाबद्ध तरीके से ब्लेकमेल करने का प्लान तैयार किया।
ब्लैक मेलिंग की योजना
  3 नवम्बर.2022 को आरोपी संतोषी वर्मा मृतक वकील अंसारी के वाहन में बैठकर अंबिकापुर गयी। गाड़ी से आरोपी हेमंत साहू और  गणेश यादव ने पीछा किया। हेमन्त और गणेश ने प्लान तैयार किया था कि  मृतक वकील अंसारी को रास्ते में ही संदिग्ध अवस्था में पकड़कर ब्लेकमेल करेंगे। लेकिन वकील अंसारी तेजी से आगे निकल गए। जिसके कारण दो प्लानिंग में नाकामयाब रहे। मृतक वकील अंसारी संतोषी वर्मा के साथ अंबिकापुर पहुंचने के बाद होटल में रूक गये। 4 नवम्बर 2022 को मृतक वकील अंसारी आरोपिया संतोषी वर्मा के साथ बिलासपुर के लिए निकले। बिलासपुर आते समय भी आरोपी हेमंत साहू और गणेश यादव ने सफेद रंग की कार लेकर पीछा किया।
आरोपियों ने पुलिस को किया गुमराह
 सेंदरी मोपका बाईपास कोनी रोड में मृतक वकील अंसारी की कार को दोनो आरोपी हेमंत साहू और गणेश यादव ने रोका। दोनो ने मृतक वकील अंसारी को महिला के साथ संदिग्ध स्थिति मे देखे जाने की बात कही। धमकी देकर पैसे की मांग करने लगे। मृतक ने दौनो का विरोध किया। इसी दौरान मृतक और आरोपियों के बीच जमकर हाथापाई हुयी। आरोपियों ने वकील अंसारी को पेपर कटर से हमा कर मौत के घाट उतार दिया। अंसारी को अपनी गाड़ी में  ठाकर बिलासपुर से बलौदाबाजार होकर केशकाल की तरफ लेकर गए। रास्ते में ही मृतक से मृतक का एटीएम और पासवर्ड, फोन पे का युपीआई कोड हासिल किया।
फोटोग्राफ्स से हुई मृत की पहचान
 आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने लगातार मृतक के खाता से रूपयों का आहरण किया। मृतक के शरीर को आरोपियों ने केशकाल घाटी के नीचे फेंक दिया। पारूल माथुर ने बताया कि वकील अंसारी की हत्या का जुर्म कबूल किए जाने के बाद कोंडागांव जिला पुलिस से सम्पर्क किया गया। पुलिस ने बताया कि 11 दिसम्बर 2022 को क्षत विक्षत अज्ञात पुरूष शव को घाटी से बरामद कर मर्ग कायम किया गया है। कोंडागांव पुलिस ने शव के फोटों को बिलासपुर पुलिस को भेजा। फोटो को वकील अंसारी की पत्नी को दिखाया गया। कलाई में बंधी घड़ीके आधार पर अकबरी ने शव को वकील अंसारी का होना बताया।  इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
 
पुलिस कप्तान ने पत्रकारों को बताया कि पीएम रिपोर्ट में वकील अंसारी की हत्या किए जाने की जानकारी के बाद तीनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 365,302, 201 के तहत गिरफ्तार करने पुलिस रिमांड में रखा गया है।
खुलासे में अहम् भूमिका
पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने बताया कि संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी सकरी सागर पाठक, ए.सी.सी.यू. प्रभारी धर्मेन्द्र वैष्णव उप निरीक्षक अजय वारे, प्रभाकर तिवारी, सहायक उप निरीक्षक हेमंत आदित्य जीवन साहू, प्रधान आरक्षकक राजेश्वर क्षत्री आरक्षक हेमंत सिंह ,सुनील सूर्यवंशी, मालिक राम साहू सुनीता ध्रुवे की अहम और विशेष योगदान रहृी।
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