IMD Alert : बंगाल की खाड़ी में चक्रवात अलर्ट, 3 सिस्टम सक्रिय, 10 राज्यों में बारिश का अलर्ट, गिरेगा तापमान, जानें पूर्वानुमान

Shri Mi
12 Min Read

देश के मौसम (aaj ka mausam) में बदलाव शुरू हो गया है। दरअसल कई राज्य में एक तरफ जहां आफत की बारिश (rain) शुरू हो गई है। वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारत के कई राज्यों में गुलाबी ठंड (pink cold) की दस्तक शुरू हो गई है। सुबह और शाम कई क्षेत्रों में कोहरे (fog) का प्रवेश देखा जा रहा है। IMD Alert ने दिल्ली यूपी सहित उत्तर भारत के लिए मौसम वैज्ञानिकों द्वारा चेतावनी जारी कर दी गई है जबकि कर्नाटक केरल सहित पश्चिम के कई राज्य में बारिश की गतिविधि देखने को मिल रही है। महाराष्ट्र में भी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। वहीं बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव (low depression) के कारण इसके चक्रवात (cyclone) में परिवर्तित होने की संभावना बढ़ गई है।अन्य महत्वपूर्ण खबरों के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े। यहां क्लिक करें।

Join Our WhatsApp Group Join Now

मौसम विभाग ने उड़ीसा में चक्रवात का अलर्ट जारी कर दिया है। 21 अक्टूबर को चक्रवात उत्तरी अंडमान सागर दक्षिणी अंडमान सागर सहित बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में निम्न दाब क्षेत्र धीरे-धीरे पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेंगे। 22 तारीख को चक्रवात के गहरे डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है। इसके डिप्रेशन में बदलते ही राज्य में बारिश की गतिविधियां शुरू होगी। उड़ीसा के अलावा बंगाल झारखंड और बिहार यूपी में बारिश की गतिविधियां शुरू होगी।

दरअसल कई राज्यों में इस बार समय से पहले सर्दियों की दशा देखने को मिल रही। अक्टूबर के महीने में तेजी से मौसम बदल रहे हैं। दिवाली के दिन भी कई राज्यों में बारिश की संभावना बनी हुई है। उड़ीसा पर चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर तक फैला हुआ है। जिसके पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है। वहीं 22 अक्टूबर तक मध्य और दक्षिणी पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन की संभावना बन रही है। जिसके कारण 23 अक्टूबर तक यह चक्रवात का रूप लेगा। इसका सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश उड़ीसा के अलावा झारखंड और बिहार में देखने को मिलेगा।

राजधानी दिल्ली में कोहरा

दिल्ली में आज 21 अक्टूबर को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वही शाम होते ही ठंड की संभावना बढ़ सकती है। जबकि अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। दिन भर मौसम साफ रहेगा। आसमान साफ रहने की वजह से कड़ी धूप खिली रहेगी।

दिल्ली में प्रदूषण का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में रात 9:00 बजे AQI 380 दर्ज किया गया है जबकि गाजियाबाद में AQI 276 मापा गया है।

UP : सर्द हवाओं का असर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गाजियाबाद में न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है। गंगा के मैदानी इलाके में सर्द हवाओं का असर दिखने लगा है। रात में ठंड बढ़ती नजर आ रही है। गुरुवार को सबसे कम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।

उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों में गुलाबी ठंड की दस्तक शुरू हो गई है। हिमालय पर पश्चिमी दिशा की तरफ बढ़े। जिसके प्रभाव से गंगा के मैदानी क्षेत्र में रात के तापमान में कमी आ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिन तक मौसम साफ रहेगा। दिन में धूप खिली रहेगी जबकि रात में तापमान गिरने का सिलसिला जारी रहेगा।

बिहार में ठंडी हवा से बढ़ेगी सर्द

जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पश्चिमी विश्व और बर्फबारी का असर कई मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है। दीपावली की रात तक तापमान में 5 फीसद की गिरावट के आसार नजर आ रहे हैं। दरअसल सुबह और शाम धुंध का सिलसिला शुरू हो गया है जबकि मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिवाली पर ठंडक महसूस होने लगेगी। भागलपुर में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इसके अलावा 21 से 26 अक्टूबर तक बिहार के कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई गई है।

पर्वतीय राज्य में हो रही बर्फबारी का सीधा सीधा असर बिहार पर देखने को मिल रहा है। पछिया हवा चलने की वजह से तापमान में भारी गिरावट आ रही है। दिन का पारा सामान्य और सामान्य से कुछ नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है जबकि रात के तापमान में 5 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई है।

वहीं 25 और 26 अक्टूबर को पूर्वी और उत्तर बिहार में कुछ इलाके में बारिश की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव का क्षेत्र केंद्र बना हुआ है। जिसके कारण क्षेत्रों में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।

झारखंड बंगाल में 3 दिन बारिश की संभावना, धुंध की दस्तक

झारखंड से दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई हो चुकी है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब का क्षेत्र तैयार हो रहा है। 2 दिन बाद इसके डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है जबकि उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसके कारण पछुआ हवा की गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही है है।

वही दीपावली के दिन आकाश में बादल छाए रहेंगे जबकि 25 से 27 अक्टूबर के बीच झारखंड के कई क्षेत्रों में बारिश देखने को मिलेगी। मानसून की विदाई के साथ ही रात और सुबह के ठंड में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दरअसल ठंड की दस्तक के साथ कोहरे का सिलसिला शुरू हो गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक 24 अक्टूबर को बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब के डिप्रेशन में बदलने के कारण चक्रवात के विकराल रूप लेने की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो चक्रवात बंगाल के रास्ते बांग्लादेश की तरह पहुंच रहा है जिसके कारण इसका असर झारखंड के रांची पश्चिमी सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम पर देखने को मिल सकता है। वहीं 25 अक्टूबर को हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। जिसके कारण सूर्य ग्रहण का नजारा देखने से कई लोग वंचित रह जाएंगे।

मौसम प्रणाली

  • भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, उत्तरी अंडमान सागर और आस-पड़ोस पर एक लगातार चक्रवाती परिसंचरण अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने को प्रभावित करेगा।
  • इसके बाद, इस निम्न दबाव के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और शनिवार, 22 अक्टूबर की सुबह तक केंद्रीय BoB पर एक अवसाद में केंद्रित होने की उम्मीद है। इसके बाद के 48 घंटों में, पश्चिम-मध्य BoB पर चक्रवाती तूफान सिस्टम के तेज होने की तीव्र “संभावना” है।
  • एक बार जब सिस्टम एक चक्रवात में मजबूत हो जायेगा, इसे साइक्लोन सीतरंग नाम दिया जाएगा। नाम थाईलैंड द्वारा सुझाया गया है।
  • वहीँ ECMWF मॉडल ने सुझाव दिया है कि 25 अक्टूबर तक दीघा (पश्चिम बंगाल) और पाथेर घाट (बांग्लादेश) के तटों के बीच भूस्खलन हो सकता है, जबकि IMD GFS ने संकेत दिया है कि यह 28 अक्टूबर के आसपास ओडिशा में होगा।

पर्वतीय राज्य में बर्फबारी की संभावना

पहाड़ी राज्य में बर्फबारी का दौर जल्दी शुरू हो गया है। कश्मीर के कई इलाके में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। उत्तराखंड के कई इलाके में बर्फ पड़ रही है। 22 अक्टूबर तक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में छिटपुट बारिश बर्फबारी की संभावना जताई गई है।

महाराष्ट्र में भारी बारिश

महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला जारी है। दरअसल महाराष्ट्र के कई इलाकों में आसमान में बादल छाए हुए मौसम विभाग ने 3 दिनों तक इन क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है। प्रशांत महासागर की तरफ से आ रही थी। हवा का असर महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। इसके अलावा तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है। महाराष्ट्र में बारिश की गतिविधियों पर विराम लगते ही तापमान में चार से पांच फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी। इसके साथ ही महाराष्ट्र के कई इलाकों में ठंड की दस्तक शुरू हो जाएगी।

दक्षिणी राज्य में बारिश का सिलसिला

केरल कर्नाटक तमिलनाडु सहित आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। दरअसल चार-पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से मौसम ठंडा बना हुआ है। इसके साथ ही तापमान में भारी गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। मौसम विभाग की माने तो इन क्षेत्रों में अगले 4 दिनों तक बारिश की गतिविधि जारी रहेगी।

पूर्वी क्षेत्रों में भारी बारिश

एक तरफ जहां असम मेघालय नागालैंड सहित अन्य राज्यों में ठंड की गतिविधि शुरू हो गई है। वहीं दूसरी तरफ राज्य में बूंदाबांदी का सिलसिला भी जारी है। मौसम विभाग ने क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई है। साथ ही तापमान में भारी गिरावट को लेकर अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में से कई क्षेत्रों में बर्फबारी देखने को मिल सकती है। वहीं इन क्षेत्रों में कोहरे में भी वृद्धि देखी जा रही है।

इन क्षेत्रों में बारिश

तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, माहे, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, माहे और लक्षद्वीप में भी गरज के साथ व्यापक रूप से गिरने की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में गरज के साथ व्यापक बारिश का अनुमान है।

तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ छिटपुट बौछारें पड़ने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में छिटपुट बारिश या हिमपात की संभावना है। ओडिशा, उत्तराखंड, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और तेलंगाना में गरज के साथ छिटपुट बारिश की संभावना

शनिवार (22 अक्टूबर) तक महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, छत्तीसगढ़ के शेष हिस्सों, ओडिशा और उत्तरी बंगाल की खाड़ी और तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, यनम और बंगाल की मध्य खाड़ी के कुछ हिस्सों से और वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। .

संभावित चक्रवात के पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों पर मंगलवार, 25 अक्टूबर को ओडिशा तट को पार करते हुए पहुंचने की संभावना है। हालांकि, इस बिंदु पर अपेक्षित चक्रवात के ट्रैक और ताकत के संबंध में मॉडलों के बीच अभी भी मतभेद हैं।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close