420 मामले में जीपीएम डॉक्टर को जेल…विभाग को भनक तक नहीं…फिर जिला चिकित्सा अधिकारी ने क्या किया..पढ़ें खबर
चिकित्सा अधिकारी पहुंचे अस्पताल का निरीक्षण करने..डॉक्टर जेल में बन्द मिला

बिलासपुर–जीपीएम स्थित ग्राम परासी आयुर्वेद औषधालय में पदस्थ होमियोपैथी चिकित्सा अधिकारी को जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी ने डायरेक्टर से पत्र लिखकर गंभीर शिकायत की है। पत्र में जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया है कि फर्जी नियुक्ति मामले में डॉ.सी.पी मरकाम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मरकाम को 4 फरवरी से 9 फरवरी के बीच जेल में रखा गया। डॉ. मरकाम ने मामले को जानबूझकर छिपाने का प्रयास किया। कर्मचारी सेवा गाइडलाइन के अनुसार डॉ.मरकाम को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए।
जीपीएम जिला आयुर्वेद अस्पताल से फर्जी नियुक्ति का अनोखा मामला सामने आया है। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ.सुख लाल पटेल ने बताया कि चार फरवरी को ग्राम परासी स्थित शासकीय होमियोपैधी औषधालय निरीक्षण करने गया। औषधालय में डॉक्टर सी पी मरकाम अनुपस्थित पाए गए। पूछताछ के दौरान पता चला कि डॉ.मरकाम अस्पताल नहीं आ रहे हैं। स्टाफ को निर्देश मे कहा गया कि डॉ.मरकाम जिला कार्यालय पहुंच जवाब प्रसुत करें। साथ ही मामले में जिला आयुर्वेद चिकित्सालय से एक आदेश भी जारी किया।
डॉ.सुखलाल पटेल ने बताया कि चार फरवरी की रात्रि डॉ. मरकाम की पत्नी से जानकारी मिली कि डॉ.सीपी मरकाम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्हें जेल में रखा गया है। जानकारी के बाद मामले का पता लगाया गया। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि फर्जी नियुक्ति मामले में डॉक्टर मरकाम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. सुखलाल के अनुसार डॉ.मरकाम से 9 फरवरी को कारण बताओ नोटिस का जवाब मिला। उन्होने स्वीकार किया है कि पुलिस ने उन्हें जेल में रखा है। गाइडलाइन के अनुसार कोई भी कर्मचारी 48 घंटे तक बिना किसी जानकारी के सेवा से दूर नहीं हो सकता है। चूंकि डॉ.मरकाम पूरे पांच दिनों तक जेल में रहे। इसलिए डायरेक्टर को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है। साथ ही सेवा से अलग रखने की बात कही गयी है।
जिला आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ.पटेल ने बताया कि निलंबन कार्रवाई के बाद डॉ.मरकाम प्रकरण की जांच विभागीय स्तर होगी। इसके लिए टीम का भी गठन किया जाएगा। फिलहाल डायरेक्टर के आदेश का इंतजार किया जा रहा है।