Income Tax Raid-सपा नेताओं व उनके सहयोगियों पर आयकर की बड़ी कार्रवाई, 800 करोड़ के घोटाले और टैक्स चोरी का खुलासा

Shri Mi
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Income Tax Raid: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेताओं और उनके सहयोगियों पर आयकर छापों के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. अब तक की छापेमारी में 800 करोड़ रुपये के घोटाले और टैक्स चोरी का पता चला है. छापे में समाजवादी पार्टी के एक बड़े नेता और उनके परिजनों के विदेशी टिकटों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. कुछ ऐसे अकाउंट के बारे में भी जानकारी मिली है, जिसे डिलीट करने की कोशिश की गई. सबसे अहम जानकारी ये मिली है कि अखिलेश यादव के एक करीबी ने नोएडा में एक विवादित जमीन 92 लाख में खरीदी, जबकि बाजार में उसकी कीमत 40 करोड़ रुपए है. छापेमारी में जिन नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें जैनेंद्र यादव, राजीव राय, राहुल भसीन और जगत सिंह के नाम शामिल हैं.

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आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत देश के करीब 30 ठिकानों पर बड़ी छापेमारी की है. इस दौरान आयकर विभाग को करोड़ों रुपए की अघोषित आमदनी का पता चला है. बताजा जा रहा है कि आयकर विभाग की ये कार्रवाई यूपी के लखनऊ, मैनपुरी और मऊ, बंगाल के कोलकाता, कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू और दिल्ली-एनसीआर के करीब 30 ठिकानों पर हुई है. छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को फ़र्ज़ी रसीदें, अघोषित निवेश, दस्तखत किए गए चैक्स और अघोषित आय के सबूत मिले मिले हैं.

छापेमारी के दौरान मिले 86 करोड़ की अघोषित आय के प्रमाण

आयकर विभाग को छापेमारी के दौरान 86 करोड़ की अघोषित आय के प्रमाण मिले हैं. वहीं, 68 करोड़ की अघोषित आय को कुबूल किया गया है. हालांकि अधिकारियों को 150 करोड़ की रकम के इस्तेमाल के कागज़ नहीं मिले हैं. एक अन्य ठिकाने से विभाग को 12 करोड़ का अघोषित निवेश और 3.5 करोड़ की बेनामी संपत्ति मिली है.

कोलकाता के ठिकानों से 40 करोड़ के बोगस कैपिटल शेयर भी मिले

वहीं, विभाग को कोलकाता के ठिकानों से 40 करोड़ के बोगस कैपिटल शेयर भी मिले हैं. छापेमारी के दौरान पता चला कि 154 करोड़ रुपए का असुरक्षित लोन फ़र्ज़ी कम्पनियों के नाम से दिखाए गए. छापेमारी के दौरान कुछ ठिकानों से 1.12 करोड़ रुपए का कैश भी बरामद किया गया है. कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू के एक ठिकाने से फेमा का उल्लंघन कर 80 लाख का दान के प्रमाण मिले हैं. वहीं, 10 करोड़ की कैपिटेशन फीस के प्रमाण भी मिले हैं.

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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