रायपुर।छत्तीसगढ़ में शिक्षा कर्मियों की बेमुद्दत हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही।शिक्षाकर्मी संगठन अपनी कामयाबी और एकजुटता का दावा कर रहे है वही दूसरी ओर प्रशासन का कहना है कि शिक्षाकर्मियों के सात संगठनों ने हड़ताल से अपने आप को अलग रख है इस सिलसिले में सात संगठनों की ओर से एसीएस एमके राउत को लिखित में सूचना दिए जाने की खबर शासन की ओर से जारी की गई है। शासन की ओर से जारी खबर के अनुसारपंचायत और नगरीय निकाय संवर्गों के शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल में एकता मंच से जुड़े सात संगठनों ने आंदोलन में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
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इन संगठनों के पदाधिकारियों ने पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव एम.के. राउत को दिए गए ज्ञापन में इस आशय की लिखित जानकारी दी है। ज्ञापन में प्रदेश शिक्षाकर्मी महासंघ के राजनारायण द्विवेदी, छत्तीसगढ़ व्याख्याता पंचायत संघ श्री कमलेश्वर राजपूत, क्रांतीकारी पंचायत शिक्षक संघ के लैलून कुमार भारद्वाज, शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय संघ के डॉ. गिरिश केशकर, शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय संघ के रंजीत बनर्जी, वरिष्ठ शिक्षाकर्मी संघ के अजय उपाध्याय और दिव्यांग संघ के श्री अरविन्द पाण्डेय शामिल हैं।
अपर मुख्य सचिव को दिए गए पत्र में उन्होंने कहा है कि 20 नवम्बर से शिक्षक पंचायत-नगरीय मोर्चा द्वारा घोषित अनिश्चितकालीन आंदोलन में एकता मंच से जुड़े सात संगठन शामिल नहीं होंगे। पत्र में लिखा गया है कि राज्य में केवल पांच संगठन ही शिक्षक (पंचायत एवं नगरीय निकाय) की मांगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते। अतः आपसे निवेदन है कि छत्तीसगढ़ आम शिक्षक (पंचायत एवं नगरीय निकाय) में सात संगठन हैं। अतः जब भी शासन स्तर पर शिक्षाकर्मियों की समस्याओं के निराकरण के लिए बैठक आयोजित की जाए या वार्ता की जाए तो एकता मंच से जुड़े सभी सात प्रांताध्यक्षों को भी आमंत्रित किया जाए।