कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी की तीसरी लहर के बीच देश आज यानी 26 जनवरी को 73वां गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) मना रहा है. गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे और देश के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही वॉर मेमोरियल की विजिटर बुक में हस्ताक्षर भी किए. इस मौके पर उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे. वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सलामी लेने की तैयारी कर रहे हैं.आईटीबीपी के जवानों ने 15 हजार फीट की ऊंचाई और माइनस 35 डिग्री तापमान लद्दाख में तिरंगा लहराया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य नेताओं ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं.
26 जनवरी को भारत का संविधान लागू हुआ था. भारत को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से आजादी तो मिल गई थी, लेकिन 26 जनवरी 1950 को भारत एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित हुआ. राजधानी दिल्ली में राजपथ पर होने वाले मुख्य आयोजन में भारत की सांस्कृतिक झलक के साथ ही सैन्य ताकत और परंपरागत विरासत की शानदार झलक पेश की जाती है. इस वर्ष मनाया जा रहा जश्न खास है क्योंकि भारत आजादी के 75वें वर्ष में है, जिसे आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. इस अवसर को खास बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने राजपथ पर परेड के दौरान और शनिवार को विजय चौक पर “बीटिंग द रिट्रीट” समारोह के दौरान नए कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायुसेना के 75 विमानों का भव्य फ्लाई-पास्ट, 480 नर्तकों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन, 75 मीटर लंबाई के 10 स्क्रॉल का प्रदर्शन और 10 बड़े एलईडी स्क्रीन लगाए जाने जैसे कार्यक्रम गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार होंगे. राफेल, सुखोई, जगुआर, एमआई-17, सारंग, अपाचे और डकोटा जैसे पुराने और वर्तमान आधुनिक विमान फ्लाई-पास्ट में राहत, मेघना, एकलव्य, त्रिशूल, तिरंगा, विजय और अमृत सहित विभिन्न संयोजन (फॉर्मेशन) का प्रदर्शन करेंगे.