बिलासपुर—पुलिस ने आपरेशन साइबर क्लीन अभियान मुहिम चलाकर अंतर्राज्यीय साइबर अपराध का भांडा फोड़ा है। सरगना को मध्य प्रदेश के बीहड़ से दबोचा है। मुख्य आरोपी के साथ एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। विभिन्न खातों में जमा करीब 7 लाख रूपयों को सीज कर वारदात में उपयोग किए गए मोबाइल ,सिम, कम्प्यूटर सिस्टम, प्रिंटर बरामद किया गया है।
एडिश्नल एसपी रोहित झा ने बताया कि पुलिस टीम ने अंतर्राज्यीय साइबर अपराध टीम का भांडा फोड़ा है। आपरेशन साइबर क्लीन अभियान के तहत मुख्य आरोपी समेत एक अन्य आरोपी को पुलिस टीम ने देवास से धर दबोचा है।
एडिश्नल एसपी रोहित झा ने बताया कि ग्राम अमसेना निवासी दिव्यांग सरजूदास मानिकपुरी को मोबाइल पर 25 लाख रूपये लाटरी लगने की जानकारी मिली। आरोपियों ने सरजूदास मानिकपुरी को लाटरी की रकम पाने के लिए टोकन राशि जमा करने को कहा। इस तरह पिछले 18 महीनों में सरजूदास मानिकपुरी से आरोपियों ने चार लाख से अधिक रूपए ठगी किया।
रोहित झा ने बताया कि मामले में प्रार्थी सरजूदास ने हिर्री थाना में ठगी की शिकायत की। सरजूदास की रिपोर्ट पर हिर्री थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया। मामले को पुलिस कप्तान दीपक कुमार झा के संज्ञान में लाया गया। पुलिस कप्तान ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए टीम का गठन कर आरोपियों को धर दबोचने का फरमान जारी किया।
पुलिस कप्तान के आदेश पर पुलिस की एक टीम को झाँसी रवाना किया गया। तकनिकी प्रमाण के माध्यम से आरोपियों की पतासाजी की गयी। इस दौरान पुलिस को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
रोहित झा ने पत्रकारों को बताया कि सुनियोजित रणनीति के तहत प्रार्थी के माध्यम से अज्ञात आरोपी के नम्बर से लगातार संपर्क बनाकर रखा गया। रणनीति के तहत प्रार्थी सरजूदास आरोपी को झांसे में लेकर खाते की जानकारी मांगा। खाता की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने 5000 रूपये डाला। इसी दौरान जानकारी मिली कि खाता किसी अंकुश सिंह यादव और योगेन्द्र अहिरवार का है। आरोपी मध्यप्रदेश के नौरा ग्राम थाना टेहरका के रहने वाले हैं।
जानकारी के बाद साइबर अपराध टीम ने स्थानीय पुलिस से सम्पर्क किया। इसी दौरान जानकारी मिली कि गांव के लोग पुलिस के खिलाफ काफी हिंसक स्वभाव के हैं। पुलिस टीम ने थाना टेहरका स्टाफ की मदद से दबिश देकर दोनो आरोपियों को धर दबोचा। मोबाइल ,सिम , कंप्यूटर को भी बरामद किया गया। फिलहाल आरोपियों से अभी भी पूछताछ की जा रही है।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों के 10 अलग अलग बैंको में 15 खाता होने की जानकारी मिली है। पिछले दो साल में आरोपी अंकुश ने 5 खातो में करीबन 1 करोड़ 21 लाख का लेन देन किया है। दूसरे आरोपी आरोपी योगेन्द्र ने 2 खातो से साढ़े आठ रूपए से अधिक का लेन देन किया है।
पुलिस के प्रयास से आरोपियों के बैंक खातो में रखे 7 लाख रूपयों को सीज किया गया है। आरोपियों ने शेयर एप में करीब 5 लाख रुपये लगाए हैं। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। आरोपियों ने छत्तीसगढ़ ,महाराष्ट्र, ओडिसा,मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में फोन पर लाटरी का झांसा देकर रकम लाखों रूपए की ठगी का अपराध कबूल किया है।
आरोपियों की धर पकड़ और मामले को अंजाम तक पहुंचाने में थाना प्रभारी यू.एन. शांत कुमार साहू, एएसआई शीतला त्रिपाठी ,आरक्षक वीरेन्द्र साहू ,आरक्षक प्रशांत महिलांगे , आरक्षक कृष्णा कपूर एवं साइबर सेल से आरक्षक दीपक और विकास राम की प्रमुख भूमिका रही है।
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