सोशल मीडिया ने सबकुछ बदल दिया है. हमारे बोलने और समझने के तौर-तरीकों से लेकर सूचना प्राप्त करने के माध्यम तक बदल गए हैं. मगर इस सोशल मीडिया के दौर में खतरे भी कम नहीं हैं. खतरा है फेक न्यूज का, जो इस तरह से हमारे सामने आती हैं जिसपर हम कई बार आसानी से भरोसा कर लेते हैं. मगर जब उस खबर की सच्चाई मालूम पड़ती है, तो हम अपना माथा पीट लेते हैं. ऐसे ही खबरें कोरोना संक्रमण के दौर में भी खूब वायरल हुईं और अब भी ये जारी हैं. हाल ही में एक खबर फैली कि केंद्र सरकार एक योजना के तहत कोरोना वायरस के निःशुल्क ईलाज के लिए सभी युवाओं को 4000 रुपये की मदद करेगी.
दरअसल, सोशल मीडिया पर घूम रहा स्क्रीन शॉट व्हाट्सअप चैट का मैसेज है. जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी और नीचे लिखा है कि प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना के लिए रजिस्ट्रेशन हो रहा है. इस योजना के अंतर्गत सभी युवाओं को 4000 रुपये की राशि मदद के लिए मिलेगी. रजिस्ट्रेशन करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपना फॉर्म भरें.
क्या है सच्चाई
पीआईबी फैक्ट चेक की टीम ने इस वायरल मैसेज की पड़ताल की और सच्चाई सामने लेकर आई. पीआईबी के अनुसार, यह दावा फर्जी है. केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है. ऐसी फर्जी वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें.
किसी भी अनजान लिंक पर न करें क्लिक
डिजिटल के इस दौर के कई फायदे हैं, लेकिन अगर आप सतर्क नहीं रहें तो भारी नुकसान झेल सकते हैं. नुकसान ऐसा कि आपकी पर्सनल जानकारी लिक हो सकती है. आपके बैंक का खाता नंबर और उससे जुड़ी जानकारी जालसाजों के हाथ लग सकती है. वो आपकी जानकारी का इस्तेमाल गलत तरीके से कर सकते हैं. इसलिए बैंक से लेकर तमाम सरकारी संस्थान भी लोगों को किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह देते हैं.