रेलवे स्टेशन के गेट पर टपरी खोलने का मामला सांसद अरुण साव तक पहुंचा , वेंडर व्यापारियों ने कहीं यह बात

Shri Mi
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बिलासपुर: रेलवे स्टेशन के बाहर गेट नंबर एक के पास रेल प्रबंधन की ओर से टपरी खोलने की अनुमति देने का मामला बिलासपुर सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव तक जा पहुंचा है। रविवार को बिलासपुर स्टेशन एमएफसी माल के व्यापारी रेलवे की ओर से टपरी खोले जाने की शिकायत लेकर सांसद अरुण साव से मिले और अपनी समस्या से अवगत कराया जिस पर सांसद ने व्यापारियों की शिकायत पत्र को आधार बनाते हुए डीआरएम बिलासपुर को यथासंभव कार्यवाही करने के लिए कहा है।

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रेल्वे के वेंडर व्यापारियों ने अपना दुखड़ा सुनते हुए बताया कि कोरोना का काल की वजह से यात्री गाड़ियां बुरी तरह प्रभावित रही है। जिसकी वजह से उनके जीवन यापन में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा । हाल फिलहाल में भी कई गाड़ियां रद्द होने की वजह से व्यापार में भी मंदी छाई हुई है। इन सबके बीच रेलवे प्रबंधन की ओर से कोई विशेष रियायत नहीं दी गई । रिजर्वेशन काउंटर के पास होल्डिंग बोर्ड लगाने से एमएससी माल स्टेशन से बाहर निकलने वाले यात्रियों को दिखाई नहीं देता है। अब इसी होल्डिंग के नीचे बने फुटपाथ पर एक अस्थाई गुमटी नुमा टपरी का निर्माण किया जा रहा है।

रेल्वे प्रबंधन के ऊपर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर चल रही खबरें हमें सोचने पर मजबूर कर दी है । इसकी वजह से व्यापारियों ने आपात बैठक की और चर्चा के बाद निर्णय लिया की एमएससी माल के पास बन रही टपरी की वजह से माल क्षेत्र की दुकानें प्रभावित होने का खतरा मंडरा रहा है। अपने आर्थिक नुकसान को देखते हुए अपने सांसद से हमने गुहार लगाई है और हमें उम्मीद है कि हमारी मांगों को सांसद की अनुशंसा पर रेलवे प्रबंधन गंभीरता से लेते हुए गुमटी को कहीं अन्यत्र बसाएगा।

मालूम हो कि बिलासपुर स्टेशन के बाहर गेट नंबर 4 के पास 24X7 की पैकेज वस्तुओं की टपरी खोली गई थी जिसे जिसे पुलिस प्रशासन ने रात में बंद करा दिया है। अब बिलासपुर रेल प्रबंधन पब्लिक रिजर्वेशन काउंटर के पास प्रस्तावित मल्टी यूटिलिटी 24X7 सामग्री बिक्री केंद्र जहां नान फार्मा की दवाएं पैकेज आइटम पानी आदि बिक्री के लिए खोलने जा रहा है। जिसका निर्माण चल रहा है।जिसका व्यापारी विरोध कर रहे हैं।

रेल प्रबंधन में चल रही अफसरशाही का आलम यह है कि गेट नंबर एक के पास बन रही टपरी के वास्तु दोष निवारण किया जा रहा है । पहले इस टपरी का फेस गेट नंबर चार और भाप इंजन की ओर था अब इसे बिलासपुर शहर और रेल्वे जोन कार्यलय की ओर किया जा रहा है। टपरी के वास्तु परिवर्तन को लेकर यही लगता है कि रेलवे प्रबंधन ने बिना किसी ठोस कागजी प्लानिंग के बिलासपुर स्टेशन की सुंदरता में पलीता लगाने के लिए योजना तैयार की है।

चर्चा में लोगों का कहना है कि बिलासपुर रेल्वे पर हमेशा अफसरशाही भारी रही है यात्री सुविधाओं के नाम पर हमेशा सौतेला व्यवहार किया जाता रहा है। प्रबंधन के अधिकारियों की सोच तार्किकता और भौतिक परिस्थितियों से बिल्कुल विपरीत लग रही हैं। इस विभाग को अब आर्किटेक्ट प्लानरो के नजरिए से सोचने की बहुत जरूरत है यात्रियों इस क्षेत्र का उपयोग करने वालो का डाटा, टू व्हीलर और फोर व्हीलर ऑटो टैक्सी के आवागमन के आंकड़े निकालकर शोध किया जाना चाहिए। सांख्यिकी विश्लेषण के आधार पर यह तथ्य सामने आ जायेगा कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र पर वर्तमान में कितना दबाव है और इस दबाव को कैसे कम किया जाए। ताकि यात्री सुविधाएं बेहतर से बेहतर हो सके। ठेले टपरी के अवैध कब्जा कैसे व्यवस्थित हो सके।

स्टेशन में बन रही टपरी का मामला अब बिलासपुर के सांसद अरुण साव के संज्ञान में भी आया है। वे भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और केंद्र में भाजपा की सरकार भी है। व्यापारियों के ज्ञापन पर बिलासपुर के सांसद होने के नाते उनके द्वारा की गई अनुशंसा को रेल प्रबंधन के अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते है। यह आने वाले वक्त में सामने आ जाएगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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