45 दिन की रथयात्रा के बाद जेल भरो आंदोलन…जोगी का बयान, नहीं चलेगा दिल्ली का शासन

BHASKAR MISHRA
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WhatsApp Image 2017-10-09 at 3.18.48 PMरायपुर—सत्रह साल पहले छत्तीसगढ़ राज्य का गठन छत्तीसगढ़ियों के विकास के लिए किया गया। शुरुआत के तीन सालों में विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गए। किसानों को उचित समर्थन मूल्य देने की व्यवस्था मैंने की। स्थानीय बेरोजगारों को 90 प्रतिशत पदों पर भर्ती का नियम बनाया। लेकिन भाजपा सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ के स्थानीय लोगों के हितों को नजरअंदाज कर दिया गया।

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                    पत्रकारों से बातचीत करते हुए जोगी ने कहा कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ को लूट के लिए खुला छोड़ दिया है। बाहरी लोग खनिज सम्पदा का भरपूर दोहन कर रहे हैं। देवभोग इसका जीता जागता उदाहरण है।  जोगी ने बताया कि छत्तीसगढ़ियों  की सबसे बड़ी कमजोरी उनका भोलापन है।  भाजपा उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र में किसानों का पूरा कर्ज माफ़ कर सकती है। लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों को पांच साल में एक बार बोनस देती है। क्योंकि भाजपा नेताओं को मालूम है कि छत्तीसगढ़ का किसान उत्तरप्रदेश, हरियाणा या महाराष्ट्र के किसानों की तरह उग्र नहीं है।

                 जोगी ने कहा कि पिछले पंद्रह सालों में दो करोड़ छत्तीसगढ़ियों को छोड़कर बाकी सभी का विकास हुआ है। बीस लाख से ज्यादा स्थानीय लोग बेरोजगार घूम रहे हैं। दिल्ली भोपाल और नागपुर के युवाओं को आउटसोर्सिंग के नाम पर छत्तीसगढ़ पर थोपा जा रहा है। इंटरव्यू भी बाहर लिए जा रहे हैं। लौह.अयस्क छत्तीसगढ़ियों का जमीन छत्तीसगढ़ियों की और एनएमडीसी नगरनार में स्थानीय बस्तरिया युवाओं की है। लेकिन नौकरी बाहरी लोगों को दिया जा रहा है। जोगी ने कहा कि इसे विकास नहीं छत्तीसगढ़ियों का विनाश कहा जाता है।

                           छत्तीसगढ़िया किसान आत्महत्या कर रहे हैं। प्रदेश में दिल्ली. हरियाणा के किसान जमीनें खरीद रहे हैं। दूसरे राज्यों के मजदूर छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। छत्तीसगढ़िया मजदूर पलायन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ियों को छत्तीसगढ़ में  काम नहीं दिया जा रहा है।

                  जोगी ने पत्रकारों को बताया कि सोची समझी रणनीति के तहत स्थानीय छत्तीसगढ़िया कर्मचारियों और अधिकारियों को निशाना बनाया जा रहा है। बदनाम किया जा रहा है।   महत्वपूर्ण आयोजनों में छत्तीसगढ़िया कलाकारों को आमंत्रण न देकर दूसरे राज्यों के कलाकारों को तवज्जों दी जा रही है। छत्तीसगढ़ कला और संस्कृति का अपमान है।

              छत्तीसगढ़िया युवाओं को चार साल में एक बार लैपटॉप और किसानों को पांच साल में एक बार बोनस देना विकास करना नहीं होता है। छत्तीसगढ़िया विरोधी इसी सोच को बदलना है। स्थानीय युवाओं को छत्तीसगढ़ में काम और किसानों को उचित दाम उनका अधिकार है।

                जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ियों का है । इस बात को सत्ता में बैठे लोग भूल गए हैं। अब छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों को बताना होगा कि प्रदेश में दिल्ली का राज नहीं चलेगा।  हम सभी राज्यों और वहां के निवासियों का हित चाहते हैं लेकिन छत्तीसगढ़ियों का अहित होने की कीमत पर नहीं।

               जोगी ने बताया कि एक नवंबर 2017 छत्तीसगढ़ दिवस पर प्रदेशव्यापी छत्तीसगढ़िया अधिकार यात्रा का होगा आगाज । 45 दिनों की प्रदेशव्यापी यात्रा 15 दिसंबर 2017 तक चलेगी ।  90 विधानसभा मुख्यालयों से निकलेगी। छत्तीसगढ़िया अधिकार यात्रा में 90 रथ होंगे। पदयात्रा का शुभारंभ आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों पीड़ित महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के हाथों होगा ।

जोगी के अनुसार दिसंबर माह में छत्तीसगढ़िया अधिकार यात्रा के अंतिम चरण में  अधिकार दो नहीं तो जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर अजीत जोगी ने अधिकार पत्र का भी जिक्र किया। उन्होने कहा कि सरकार किसानों को पांच साल का बोनस और 2100 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य दे। बीमा कंपनियों की लूट पर लगाम लगाए। लूटी गयी रकम को वापस करे। अकाल ग्रस्त क्षेत्रों के किसानों को पूर्ण ऋण माफ़ी और  बिजली मुफ़्त में दी जाए। शासकीय, अर्ध शासकीय क्षेत्र में शत प्रतिशत और निजी संस्थानों उद्योगों में 90 प्रतिशत पद छत्तीसगढ़ के स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षित किया जाए। महिलाओं के समाजिक उत्थान के लिए प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू हो।

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