जोगी का राजनैतिक अस्तित्व खत्म.. बोले जय सिंह..जिन्होने फर्जी कहा.. उन्ही से मिलाया हाथ..CM कर रहे अच्छा काम..गुटबाजी से किया इंकार.. भारी अन्तर से जीतेंगे के.के.ध्रुव

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— प्रदेश के राजस्व मंत्री ने कहा पार्टी में किसी प्रकार की गुटबाजी नहीं है। मुख्यमंत्री की अगुवाई में सरकार अच्छा काम कर रही है। मरवाही में कांग्रेस की जबरदस्त जीत हो रही है। इसी के साथ जोगी परिवार का राजनैतिक अस्तित्व भी खत्म हो गया है। उन्होने कटाक्ष करते हुए कहा कि जोगी की सच्चाई जनता समझ चुकी है। उन्होने उसी पार्टी का समर्थन किया। जिस पार्टी के नेताओं ने उनकी जाति मामले को लेकर कोर्ट कचहरी घुमाया। मरवाही में कांग्रेस प्रत्याशी की 30 हजार से अधिक मतों से जीत होगी।

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             मरवाही चुनाव के दो दिन बाद जीपीएम प्रभारी जयसिंह अग्रवाल ने आज सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुलाकात की। राजस्व मंत्री ने कहा कि मरवाही कांग्रेस की सीट थी और रहेगी। के.के.ध्रुव की जोरदार जीत होगी।

उत्साह में कांग्रेस नेता पहुंचे मरवाही

            मरवाही चुनाव में पचास विधायक 10 मंत्रियों ने डेरा डाला। इसकी वजय क्या जोगी का डर था। जवाब में राजस्व मंत्री ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। कांग्रेस मरवाही चुनाव को लेकर कांग्रेस नेताओं में खासा उत्साह था। यही कारण है कि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में मरवाही पहुंचकर चुनाव प्रचार प्रसार अभियान में शामिल हुए। जोगी से डर का सवाल ही नहीं है। और हम चुनाव जीत भी रहे हैं।

गुटबाजी से किया इंकार

                 एक ही दिन छोटे से जिले में दो बड़े नेताओं की सभा क्या कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी की तरफ इशारा करता है। राजस्व मंत्री ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री की सभा पहले ही निश्चित थी। समय से पहले विधानसभा सत्र खत्म होने के कारण सीएम की भी सभा हुई। इसमें गुटबाजी जैसी बात ही नहीं है।

जोगी को फर्जी आदिवासी भाजपा नेताओं ने कहा

                    जब तक जोगी कांग्रेस में थे..आदिवासी रहे..पार्टी से निकलते ही कांग्रेस ने उन्हें गैर आदिवासी घोषित कर दिया। मरवाही चुनाव में जोगी को केन्द्र में रखकर चुनाव प्रचार किया गया। राजस्व मंत्री ने कहा…ऐसा कुछ भी नहीं है। जोगी जब कांग्रेस में थे..उनपर भाजपा नेताओं ने फर्जी आदिवासी का आरोप लगाया। उन्होने अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा। अमित जोगी को अन्तागढ़ में दोषी पाए जाने के बाद पार्टी ने निष्कासित कर दिया। नन्द कुमार साय और संतकुमार नेताम ने कोर्ट केस किया। बाद में छानबीन समिति ने उन्हें गैर आदिवासी घोषित किया। इसमें ना तो सरकार का हाथ है..और ना ही पार्टी की भूमिका ही है। जोगी गैर आदिवासी हैंं। इसलिए उन्हें मरवाही से चुनाव से लड़ने का मौका नहीं मिला। जिन्होने जोगी को फर्जी आदिवासी कहा..जोगी ने उन्ही नेताओं का चुनाव में समर्थन किया।

                  राजस्व मंत्री ने बताया कि ऋचा जोगी का नामांकन जाति प्रमाण पत्र नहीं होने की स्थिति में निरस्त किया गया। इसमें कांग्रेस की क्या भूमिका हो सकती है। जोगी की जाति का फैसला कोर्ट ने किया है। यह फैसला पार्टी में नहीं थे। उसी समय आया है। 

नेताम ने किया आवेदन में देरी

                संतकुमार आदिवासी नेता हैं। उन्होने जोगी के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़ी है। उन्हें क्यों नहीं प्रत्याशी बनाया गया। राजस्व मंत्री ने कहा कि उन्होने आवेदन देरी से दिया। इसलिए उस पर विचार नहीं किया जा सका। के.के. ध्रुव अच्छे प्रत्याशी है संगठन की पसंद थे। इसलिए उन्हें टिकट दिया गया। 

शर्तों के साथ नही आए नेताम..पार्टी तय करेगी ईनाम

            क्या संतकुमार का कांग्रेस ने उपयोग किया है। सवाल के जवाब में राजस्व मंत्री ने कहा कि शर्तों के साथ संतकुमार पार्टी में नहीं आए हैं। उन्होने भाजपा में रहते हुए जोगी के खिलाफ पीटिशन दायर किया। मुकदमा लड़ा। फिर कांग्रेस में शामिल हुए। पीटिशन करने का अर्थ यह नहीं कि उन्हें टिकट दिया जाए। क्या संतकुमार नेताम को कांग्रेस पार्टी ईनाम देगी। उन्होने कहा कि इसका फैसला कांग्रेस पार्टी और सरकार को करना है।

                      आपको क्यों लगता है कि मरवाही की जनता ने आपको जीत का वोट दिया है। सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि सरकार ने मरवाही की जनता की चालिस साल पुरानी जिला बनाए जाने की मांग को पूरा किया है। जिला उद्घघाटन के समय अजीत जोगी भी मौजूद थे। उन्होने मुख्यमंत्री को गाड़ा गाड़ा बधाई भी दिया था।

पेण्डिंग मामलों का होगा निराकरण

                     बिलासपुर जिला में राजस्व प्रकरण समस्याओं का अंबार लगा है। समीक्षा बैठक में स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि लंबित मामलों का निराकरण किया जाए। फिर भी कुछ नहीं हुआ। जय सिंह ने बताया कि बिलासपुर ही नहीं पूरे प्रदेश मे समीक्षा बैठक कर समस्या का निराकरण करने को कहा। हजारो प्रकरण का निराकरण भी किया गया। इसके बाद कोरोना काल में लाकडाउन की स्थिति रही। अब मामला धीरे धीरे सामान्य हो रहा है। जल्द ही बैठक करेंगे। पेन्डिंग मामलों का निराकरण भी करेंगे।

             राजस्व मंत्री ने कहा मैदानी अमला कि यदि शिकायत मिलती है तो कार्रवाई करेंगे। चाहे कोई भी अधिकारी क्यों ना हो।

कुर्सी भी स्थिर और सरकार भी स्थिर

                  मरवाही चुनाव के बाद कुर्सी बच गयी के सवाल पर जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि ना तो कुर्सी हिल रही थी। और ना अब हिल रही है। क्योंकि सरकार स्थिर है।

          मरवाही में चुनाव सरकार लड़ी या कांग्रेस पार्टी। जय सिंह ने कहा मरवाही में कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ी। यदि सरकार है तो इसमें क्या बुरा है। क्योंकि सरकार के पहले में कांग्रेस का आदमी हूं। इसलिए चुनाव में सरकार की हैसीयत से नहीं..बल्कि कांग्रेस नेता के हैसीयत से मैदान में काम किया।

जोगी का राजनैतिक अस्तित्व खत्म

                 मरवाही चुनाव के बाद जोगी परिवार का राजनैतिक अस्तित्व क्या रह गया है। राजस्व मंत्री ने कहा कि ना था…और ना अब है। जोगी परिवार का राजनैतिक अस्तित्व खत्म हो चुका है। चार विधायक थे…अब अलग हो चुके हैं।  90 प्रतिशत कार्यकर्ता अब कांग्रेस में आ चुके हैं। जब जोगी का अस्तित्व मरवाही में ही नहीं रह गया है। तो प्रदेश की राजनीति में परिवार के अस्तित्व का सवाल ही नहीं उठता है।

                   पत्रकार वार्ता के दौरान पीसीसी उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी और संसदीय सचिव रश्मि सिंह, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय और जिला शहर कांग्रेस प्रमोद नायक मौजूद थी।

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