सीएमडी चैयरमैन की अगुवाई में शहीदों की मशाल का किया स्वागत..एनएसएस,एनसीसी छात्रों ने भी शहीदों को किया याद..शहादत को किया नमन्

BHASKAR MISHRA
बिलासपुर—-1971 के शहीदों की मसाल रैली का सीएमडी महाविद्यालय की तरफ से राष्ट्रीय स्वयंक सेवक और एनसीसी के छात्रों ने स्वागत किया। मौके पर पहुंचकर महाविद्यालय के चैयरमैन संजय दुबे ने शहीदों को याद किया। साथ ही मशाल के सामने अपनी भावनाओं को जा्हिर भी किया।
 
                      1971 के शहीदों की मशाल लेकर सेना की विशेष टीम बिलासपुर पहुंची। इस दौरान शहर की कमोबेश सभी संस्थाओ समेत नेता,गणमान्य नागरिक और छात्रों ने स्वागत किया। इसी क्रम में अंचल के प्रतिष्ठित सीएमजडी महाविद्यालय के एनएसएस और एनसीसी के स्वयं सेवकों ने चेयरमैन संजय दुबे की अगुवाई में शहीदों की मॆशाल का दर्शन किया। इस दौरान एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर पी एल चंद्राकर भी विशेष रूप से मौजूद थे।
 
            जानकारी देते चलेंक ि भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ष 1971 में भारत माता के हजारों बेचटे शहीद हुए। वीर जवानों की 50 वीं शहादत पर स्वर्णिम विजय मशाल आज बिलासपुर पहुंची। सुबह 10:00 बजे सीएमडी चौक पर सभी लोगों ने शहीदों की मशाल का दर्शन कर वीर जवानों के शहादत को याद किया। इस दौरान उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्रगान भी गाया। 
 
                      मशाल को नमन और शहीदों को याद करते हुए महाविध्यालय के चैयरमैन संजय दुबे ने कहा कि गौरवशाली जीत की स्वर्णिम महोत्सव के अवसर पर बिलासपु में मशाल का पहुंचना गौरव की बात है।हमें अपने देश और जवानों पर नाज है। जब तक सीमा पर हमारे जवान हैं..तब तक भारत माता के बेटे सुरक्षित है। डॉ.पीएल चन्द्राकर ने भी नम आंखों से शहीदों को याद कर भारत माता के वीर जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने की बात कही। उन्होने कहा भारत माता के हम हर पल सर्वस्व न्योछावर के लिए तैयार हैं।
 
                   इस दौरान नगर के जवान, प्रशासनिक अधिकारी पुलिस प्रशासन रोटरी क्लब और नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। एनएसएस के स्वयंसेवक लुई भास्कर कौशिक, अंकुर यादव, सूर्यांश पांडे,  कु.अंकिता मरावी चंद्र प्रकाश चंद्रा , केशव ने एनएसएस रैली का नेतृत्व किया । कु. रीता खंगाल महाविद्यालय के एनसीसी बटालियन की अगुवाई की। इस अवसर पर भारत के वीर शहीदों के जज्बा की गाथा को सुनकर एनएसएस और एनसीसी के छात्र राष्ट्रप्रेम की भावना में तरबतर नजर आए।
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