लोन फर्जीवाड़ाः फर्जी दस्तावेज से 86 लाख की धोखाधड़ी.2 आरोपी गिरफ्तार.फरारियों की तलाश

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— फर्जी दस्तावेज पेश कर लोन लेकर फरार पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा है। मामला तारबाहर थाना क्षेत्र का है। छत्तीसगढ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा प्रबंधन ने कुछ दिनों पहले आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज कराया। पुलिस ने फरार आरोपियों में दो  को गिरफ्तार कर न्यायालय के हवाले किया है।
                        तारबाहर पुलिस के अनुसार लिंक रोड़ स्थित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा प्रबंधक अंकिता दुबे ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज के सहारे बैंक से लोन लिया। मामले की जानकारी किश्त अदायगी नहीं  होने पर खोजबीन के बाद हुई। 
         तारबाहर पुलिस के अनुसार अपराध दर्ज किए जाने के बाद मामले को विवेचना में लिया गया। शिकायत के अनुसार आरोपियों ने बैंक में फर्जी दस्तावेज जमा कर 86 लाख से अधिक रूपया लोन में लिया। विवेचना के दौरान आरोपियों की पता साजी की गयी। जानकारी मिली कि अपराध दर्ज होने के बाद सभी आरोपी फरार हैं। यह भी पता चला कि आरोपियों ने लोन लेते समय जनबूझकर सही जानकारी को छिपाया है। निवास स्थान और कार्यस्थल का गलत पता दिया है।
             पुलिस कप्तान के निर्देश पर टीम गठन कर आरोपियों की पतासाजी अभियान चलाया गया। अलग-अलग टीम रवाना कर रेड कार्यवाही का आदेश दिया। ग्राम तेंदूपारा पेण्ड्रा से अजय रजक को पकड़ा गया।  ग्राम धनेली थाना भाटापारा ग्रामीण से रिकेश श्रीवास्तव दबोचा गया। 
 
                पुलिस के अनुसार फरार अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बहरहाल पकड़े गए दोनो आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
पकड़े गए आरोपियों का नाम
1) अजय रजक पिता स्व. हीरा लाल निवासी पुराना बस्ती तेंदूपारा जीपीएम।                     2) रिकेश श्रीवास्तव पिता रोशन लाल श्रीवास्तव निवासी  धनेली थाना भाटापारा ग्रामीण
                          धरपकड़ कार्रवाई में थाना प्रभारी निरीक्षक देवेश सिंह राठौर, सहायक उप निरीक्षक टोप्पो, प्रधान आरक्षक प्रफुल सिंह, आरक्षक सज्जू अली, सैय्यद मोहम्मद अली, किशन राय का अहम और विशेष योगदान रहा है।
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