15 साल से दूर रहे माफिया..चाकूबाज फिर कहां से आ गए.?अमर अग्रवाल बोले..घेरेंगे पुलिस कप्तान का कार्यालय..आंदोलन होगा तेज..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर– बिलासपुर मेरा विधानसभा क्षेत्र है। मैं भी पन्द्रह साल मंत्री रहा हूं। तब तो कोई माफिया नहीं नजर आया। आज फिर चाकूबाज, रेत और जमीन माफिया कहां से पैदा हो गए। माफिया गुंडा बिना जनप्रतिनिधियों और पुलिस के संरक्षण से पैदा ही नहीं हो सकते है। हम बिलासपुर में माफिया राज नहीं चलने देंगे। यह बातें पूर्व मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता अमर अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। अमर अग्रवाल ने बताया कि बिलासपुर में भय के वातावरण के खिलाफ हम पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव करेंगे। सड़क पर उतरेंगे। आंदोलन तेज करेंगे। नशा के खिलाफ जंग लड़ेंगे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट भी जाएंगे।
                 पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने अपने निवास पर पत्रकारों के साथ  संवाद किया। उन्होने बताया कि  शहर की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। शहर में अपराधिक गतिविधियां चरम पर है। इसके लिए कांग्रेस सरकार की ढुलमुल नीतियां जिम्मेदार हैं। वार है। न्यायधानी समेत पूरे प्रदेश में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। न्यायधानी की पहरेदारी में ही पुलिसिंग दोयम दर्जे की हो गयी है। ऐसे में भला आम आदमी भला कैसे सुरक्षित महसूस करेगा।अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस का खौफ भी इनके मन में नहीं रहा।
                          पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने दोहराया कि सत्ताधारी दल के नेताओं के बीच बढ़ती गुटबाजी और आपसी प्रतिस्पर्धा से अपराधियों को तूती बोल रही है। किसी भी गली सड़क में चाकूबाजी की घटना आम है। शहरवासियों के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गयी है।
कानून व्यवस्था चौपट
               सवाल जवाब के दौरान अमर अग्रवाल ने कहा सरकारी जमीन के दस्तावेज बदलने वाले  दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद भी  माफिया अब भी रेत का उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं। जिला एवं पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे न्यायधानी में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था लूट, गुंडागर्दी, डकैती, हत्या, छेड़छाड़, बलात्कार, वसूली, कब्जा आदि घटनाओं से बिलासपुर जैसे शांत शहर में नागरिक जीवन असुरक्षित हो गया है। लोकल पुलिस केवल छोटे मोटे अपराधी, चोरों को पकड़ने तक की सीमित है। यह जानते हुए भी कि हाईकोर्ट ने बिलासपुर पुलिसिंगको लेकर उच्च न्यायालय ने सख्त टिप्पणी किया है। लेकिन कानून सुधरने की वजाय आज न्यायधानी  नशे की कारोबार में जकड़ चुका है।
वर्दी भी सुरक्षित नहीं
                 इस हालात के लिए जिम्मेदार कौन है..सवाल के जवाब में अमर ने कहा..जनप्रतिनिधि, गुटबाजी, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, एसपी समेत पूरा सिस्टम बढ़ते अपराध के लिए जिम्मेदार हैं।अब तो वर्दी भी सुूरक्षित नहीं है।
जनप्रतिनिधि जिम्मेदार
                             क्या इसके लिए विपक्ष जिम्मेदार नहीं है..यदि नहीं है तो विपक्ष ने किया क्या। सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा कि हमने कई बार सड़क पर उतरकर शासन प्रशासन को वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। बावजूद इसके व्यवस्था बनने की वजाय चरमराती गयी है। इसके लिए सरकार, सिस्टम और जनप्रतिनिधि जिम्मेदार है। पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
कहां से आए चाकूबाज और माफिया
                                         आखिर वह जनप्रतिनिधि कौन है जो जमीन रेत और चाकूबाजी घटना संरक्षण दे रहे है। अमर ने बताया कि 15 साल मंत्री रहा हूं। बिलासपुर मेरा विधानसभा  क्षेत्र रहा है। पन्द्रह साल में बताइए कौन सी चाकूबाजी की घटना हुई। किसी जमीन की लूट हुई। पन्द्रह साल में कौन माफिया था।  अब कहां से आ गए। सीधी सी बात है कि इसके लिए यहां के जनप्रतिनिधि और कांग्रेस नेता जवाबदार है। बिना संरक्षण के माफिया पैदा ही नहीं हो सकते है। अमर ने बताया कि पुलिस दबाव में काम कर रही है। और लापरवाही भी कर रही है।
अब तो सीबीाई को ही बाहर किया
                  कानून व्यवस्था का हवाला दिया जा रहा है। एक पत्रकार की हत्या भी तो आपके शासनकाल में ही हुआ। अमर ने बताया कि निश्चित रूप से घटना हुई। हमने जांच टीम का गठन किया। मामला कोर्ट तक पहुंचा। हमने प्रकरण को सीबीआई के भी हवाले किया। लेकिन इस सरकार ने तो डरकर सीबीआई को भी राज्य से बाहर कर दिया। 
करेंगे उग्र आंदोलन
                    कानून व्यवस्था के खिलाफ भाजपा की अब क्या रणनीति होगी। सवाल के जवाब में अमर ने बताया कि हम सड़क पर उतरेंगे..आंदोलन करेंगे। पुलिस कप्तान कार्यालय का घेराव करेंगे। जरूरत पड़ी तो हाईकोर्ट जाएंगे। बिलासपुर को भय के वातावरण से मुक्त कराने हर जरूरी कदम उठाएंगे। इस दौरान अमर अग्रवाल ने चाकूबाजी और पुलिस पर हुए हमले की बिन्दुवार जानकारी को साझा किया। साथ ही चाकूबाजी में मरने वालों का नाम भी बताया।
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