महर्षि बाल्मिकी की रचनाधर्मिता से मिली समाज को नई दिशा..अनन्तकाल तक किए जाएंगे याद..छात्राओं के साथ प्राध्यपाकों ने..प्रस्तुति देकर वातावरण को बनया भक्तिमय

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संस्कृत और संगीत विभाग के संयुक्त तत्वावधान में महर्षि  वाल्मीकि जयन्ती का भव्य आयोजन किया गया। अतिथियों ने महर्षि बाल्मिकी के जीवन पर प्रकाश डाला। देश और समाज को दिए गए योगदान को याद भी किया। साथ ही साथ ही सांंस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। अतिथियों ने कार्यक्रम को जमकर सराहा।
 
                 शासकीय बिलासास कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महर्षि बाल्मिकी जयंती पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी ने योगी बाल्मिकी के योगदान को याद किया। कार्यक्रम का  शुभारम्भ संगीतमय कार्यक्रम सरस्वती वंदना से किया गया। 
 
              संगीत विभाग  की नीता बावरी और खुशमीत कौर ने सरस्वती वंदना का सुमधुर गायक किया। साथ ही दोनो छात्राओं ने स्वागत गीत भी गाया। कार्यक्रम की मुख्यअतिथि डॉ. रूबी मल्होत्रा ने छात्राओं को आशीर्वचन भी दिया। रूबी मल्होत्रा ने कहा सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है। और महर्षि बाल्मिकी को मां सरस्वती का मानस पुत्र कहा गया है। माता के आशीर्वाद से महर्षि बाल्मिकी ने इस दुनिया को अपनी साधना से साहित्य जगत में अमूलचूल योगदान दिया है। उन्हें जनमानस के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है। आज ही नहीं बल्कि अनन्त काल तक रामायण के माध्यम से महर्षि बाल्मिकी देश दुनिया का मार्गदर्शन करेंगे। 
 
                             कार्यक्रम के दौरान वन्दिता साहू ने रामायण कथा का संगीतमय वाचन कर मंत्र मुग्ध कर दिया। मालिनी द्विवेदी, ओजस्वी चौहान, शिवानी सोनी , सुमन और सावित्री ने पुष्पवाटिका में राम  का सीता दर्शन कार्यक्रम की संगीतमय प्रस्तुति से उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया।
 
             शीतला लहरे ने श्रीरामचन्द्र भजन गायन के आकर्षक और मनमोहक प्रस्तुति देकर कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। मालिनी द्विवेदी ने “बजाए जा तू प्यारे हनुमान चुटकी” गीत के माध्यम से लोगों को चुटकी बचाने के लिए मजबूर कर दिया।
 
                  वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश पाण्डेय ने सुमधुर भजन  “सूरज की गर्मी से..को पेश किया। रमेश पाण्डेय ने अपनी प्रस्तुति से लोगों तालियां बजाने को मजबूर कर दिया।  विभाग स्तर पर रामायण शीर्षक पर चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। अतिथि प्राध्यापक गिरिजा गुप्ता ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया।
 
         कार्यक्रम के अन्त में संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. सीमा पाण्डेय ने अतिथियों , प्राध्यापकों और  छात्राओं कोे प्रति आभार जाहिर किया। इस दौरान वरिष्ठ प्राध्यापक गण, डॉ.श्रावणी चक्रवर्ती, डॉ. मधुलिका सिन्हा, डॉ. अम्बुज पाण्डेय की विशेष उपस्थित रही। बिलासा कन्या महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में अधिकाधिक छात्राओं ने भाग लिया।
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