बिलासपुर— मस्तूरी थाना क्षेत्र के दर्रीघाट निवासी आदिवासी पीड़ित परिवार ने दुबारा पुलिस अधीक्षक से न्याय की मांग की है। पीड़ित आदिवासी परिवार के परिजनों ने बताया कि मस्तूरी थाना प्रभारी की शह पर मारपीट का आरोपी खुलेआम घूम रहा है। बावजूद इसके पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।परिजनों ने पुलिस कप्तान को बताया कि घटना 9 दिसम्बर 2017 की है। जमीन मापिया टाकेश्वर पाटले घर अन्दर घुसकर परिवार के सदस्यों पर जानलेवा हमला किया। किसी तरह अमर सिंह परिवार के सदस्यों की जान बची। घायलों को सिम्स में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से घायल आदिवासी परिवार के मुखिया अमर सिंह का इलाज आज भी सिम्स में चल रहा है।
पीड़ित परिवार ने पुलिस कप्तान को बताया कि घटना से महीनो पहले से टाकेश्वर पाटले जान से मारने की धमकी दे रहा था। मामले की शिकायत 18 नवम्बर को मस्तूरी थाना में दर्ज है। बावजूद इसके पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते टाकेश्वर का मन बढ़ गया। अपने गुंड़ों को घर भेजकर जानलेवा हमला करवाया। यदि शिकायत को गंभीरता से लिया गया होता तो 9 दिसम्बर की खूनी संघर्ष को टाला जा सकता था।पुलिस कप्तान को गंभीर रूप से घायल अमर सिंह ध्रुव का बेटा अजय सिंह ने घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी। अजय सिंह ध्रुव ने लिखित में बताया कि पहले भी मामले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय से शिकायत की। बावजूद इसके मस्तूरी थाना प्रभारी टापेश्वर को संरक्षण दे रहे हैं। टापेश्वर पाटले और उसके हमलावर साथी बेखौफ घूम रहे हैं। पीडित परिवार ने बताया कि टापेश्वर जमीन माफिया है। उसकी नजर झोपड़ी वाली जमीन पर है। जमीन खाली करवाकर बेजाकब्जा करना चाहता है।
अजय के अनुसार पहले तो रूपयों को लालच देकर जमीन खाली करवाने का प्रयास किया गया। इसके बाद टापेश्वर पाटले ने 9 दिसम्बर रात्रि 10 बजे अपने चार गुंडों को दो मोटरसायल से हमला करने भेजा चारों ने परिवार के सदस्यों पर राड हाकी .तलवार से जानलेवा हमला किया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। पुलिस से बचने चारो आरोपी एक मोटरसायकल छोड़ कर फरार हो गये। मोटरसायकल को पुलिस ने जब्त तो कर लिया है। लेकिन आरोपियों पर अभी तक कार्रवाई नहीं की है। फिलहाल गंभीर रूप से घायल अमर सिंह का इलाज अभी भी सिम्स में चल रहा है।शिकायत के बाद पुलिस कप्तान ने पीड़ित परिवार को मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस कप्तान ने कहा है कि आरोपियों को पकड़ा जाएगा। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा। थाना प्रभारी को भी सख्त निर्देश दिया जाएगा।