रायपुर।छत्तीसगढ़ के मुख़्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में भेट-मुलाक़ात अभियान की शुरूआत की है। दो दिन में ही इसका असर दिख़ाई देने लगा है। उन्होने सरगुज़ा इलाक़े में क़ई ज़गह लोगोँ से सीधे मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और मौक़े पर ही उनका निपटारा किया । इस दौरान रोते हुए उनसे मिलने आई एक महिला की ज़मीन का सीमांकन करने की हिदायत़ कलेक्टर को दी और एक ईई को सस्पैंड किया, उससे लग रहा है कि सीएम के दौरे से प्रशासनिक कसावट भी आएगी और कामकाज़ का फीडबैक भी मिलेगा।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 4 मई से प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों के दौरे पर निकल गए है।इस दौरान वे आमजनों से भेंट-मुलाकात भी कर रहे है। मुख्यमंत्री इस दौरान प्रदेश की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जमीनी स्तर पर अवलोकन करेंगे। मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रदेश के सरगुजा संभाग से शुरू हो गया। इसके बाद वे बस्तर संभाग के विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री भेंट-मुलाकात अभियान के दूसरे दिन रामानुजगंज विधानसभा पहुंचे।
इस दौरान ग्राम आरागाही में एक महिला मुख्यमंत्री के सामने सीमांकन की मांग कर रो पड़ी।जिस पर मुख्यमंत्री ने चन्द्रकान्ता को पास बुलाकर बैठाया।पहले तो रोती हुई चन्द्रकान्ता को मुख्यमंत्री ने अभिभावक की तरह डांटा । फिर पास बुलाकर समझाया।फिर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को एक सप्ताह में सीमांकन कराने दिए निर्देश दिए है।
बता दे कि आज ही मुख्यमंत्री ने बलरामपुर जिले के रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र के सनावल में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जनता की शिकायत पर कन्हर अंतर्राज्यीय परियोजना के अंतर्गत भू-अर्जन प्रकरणों के त्वरित निराकरण में लापरवाही बरतने के कारण कार्यपालन अभियंता कार्यालय अधीक्षण अभियंता श्याम बरनई परियोजना मण्डल अम्बिकापुर उमाशंकर राम को निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि इस महत्वाकांक्षी सिंचाई परियोजना के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों के हितों की रक्षा सर्वोपरि है, इस कार्य में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी। निलंबित अवधि में उमा शंकर राम का मुख्यालय कार्यालय मुख्य अभियंता मिनीमाता हसदेव (बांगो) परियोजना बिलासपुर निर्धारित किया गया है।
इधर बुधवार को भेंट-मुलाकात अभियान के पहले दिन CM बलरामपुर जिले के दौरे पर थे। इस दरम्यान वे कुसमी नगर पंचायत पहुंचे थे। यहां शशिकला बरगाह ने मुख्यमंत्री के सामने शिकायत रखी कि उसका नाम गरीबी रेखा सूची से काट दिया गया है, और उनके पास राशन कार्ड नहीं है। शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर बलरामपुर से बात की और जनसमस्या निवारण में लापरवाही बरतने पर नगर पंचायत सीएमओ को निलंबित करने के निर्देश दिए। इधर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद उक्त महिला शशिकला बरगाह को तत्काल राशन कार्ड जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान मुख्यमंत्री जनता से जुड़ी सरकारी संस्थाओं के निरीक्षण के लिए भी पहुंच रहे हैं। इस क़ड़ी में श्री बघेल कुसमी नगर पंचायत अंतर्गत संचालित राशन दुकान में पहुंचे थे। यहां मुख्यमंत्री के होने की जानकारी मिलने पर स्थानीय निवासी शशिकला भी पहुंची और राशन कार्ड न होने की समस्या बताई। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल कलेक्टर बलरामपुर से मामले पर चर्चा की और योजनाओं के क्रियान्यवन में उदानसीनता बरतने, जरूरतमंद को सरकारी योजना से वंचित रखने व कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने पर सीएमओ नगर पंचायत कुसमी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। दूसरी ओर पीड़ित परिवार को तत्काल राहत देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद हितग्राही परिवार को प्राथमिकता श्रेणी का राशन कार्ड जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जनता को परेशान होना पड़ेगा, तो कार्रवाई निश्चित है।