जेल से मौत का परवाना…परिजनों का आरोप ..भाई को मारा गया..यौन प्रताड़ित भी किया गया ..?क्या.इस बार भी जेल को मिलेगा क्लीन चिट?

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—केन्द्रीय जेल में फिर एक बन्दी ने दम तोड़ दिया है। एक दिन पहले सिम्स में धरना प्रदर्शन कर परिजनों ने मृतक तैतूराम यादव के साथ जेल में प्रताड़ित किए जाने  का आरोप लगाया है। परिजनों की माने तो छोटेलाल यादव के जानलेवा साथ मारपीट हुआ है। साथ ही अप्राकृतिक यौन अपराध भी हुआ है। चैतूराम के बम्प पर गम्भीर चोट है। गुद्दाद्वार में भी चोट देखा गया है।इसके अलावा हाथ पैर और गुप्तांग में भी चोट है। मा्मले में केन्द्रीय जेल अधीक्षक एसएस तिग्गा ने बताया कि मामले को गंभीरात से लिया जा रहा है। जेल में दाखिल होने के बाद बन्दी की एक एक गतिविधियों को सीसीटीवी में खंगाला जा रहा है।

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                      एक दिन पहले केन्द्रीय जेल से एक बन्दी की सिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी है। मृतक का नाम छोटेलाल यादव है। तैतूराम को आबकारी विभाग ने पचपढ़ी थाना क्षेत्र के चिल्हाटी में 20 लीटर कच्ची शराब के साथ गिरफ्तार किया था। एमएलसी के बाद आबकारी 10 मई को कोर्ट के हवाले कर जेल दाखिला कराया गया था।

             छोटेालाल के भाई दिलहरण के अनुसार उसके भाई के साथ मारपीट किया गया है।  बम्प और गुदाद्वार के पाद फफोले हैं। हाथ पैर और लिंग पर भी गंभीर चोट के निशान हैं। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता  कि उसके साथ अप्राकृतिक यौन अपराध भी हुआ है।

   सीसीटीवी को खंगाला जा रहा

                केन्द्रीय जेल अधीक्षक एस एस तिग्गा ने बताया कि जेल दाखिल की तारीख 10 मई से 14 मई की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। 12 मई तक बन्दी को बैरक में रखा गया था।  बैरक में उसके साथ मारपीट की कोई फुटेज नहीं है। 12 मई को बन्दी की अचानक तबीयत खराब हो गयी। इसके बाद उसे जेल अस्पताल के आइसोलेशन में वार्ड में भर्ती किया गया। फिलहाल आइसोलेशन वार्ड का भी सीसीटीवी खंगाला जा रहा है। 

 12 मई को आइसोलेशन..फिर सिम्स में भर्ती  

              केन्द्रीय जेल अधीक्षक के अनुसार बन्दी को तबीयत खराब होने के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था । तबीयत अधिक खराब होने के बाद 14 मई को सिम्स दाखिल कराया गया। ईलाज के दौरान चैतूराम की मौत हो गयी।

    एमएलसी के साथ जेल दाखिल..जेल डाक्टर ने बताया…       

               जेल अधीक्षक तिग्गा ने बताया कि किसी भी आरोपी को एमएलसी के बाद ही जेल में दाखिल किया जाता है। जेल दाखिल करने से पहले डाक्टर की रिपोर्ट देखते हैं। आबकारी टीम की तरफ से एमएलसी रिपोर्ट में बन्दी की हाल सामान्य थी। बन्दी को केन्द्रीय जेल के डॉक्टरों ने भी चेक किया था। तबीयत सामान्य थी।

 रिपोर्ट का इंतजार..फिल खुलेगी मौत की पोल

           जेल प्रशासन की माने तो फिलहाल अभी रिपोर्ट का इंतजार है। बन्दी की मौत का कारण पीएम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।

              जानकारी देते चलें कि पिछले सात महीनों में करीब आधा दर्जन बन्दियों की केन्द्रीय जेल में जान से हाथ धोना पड़ा है। अब तक के रिकार्ड के अनुसार हर बार बन्दी की मौत का कारण  बीमारी को बताया जाता रहा है। यदि इस बार भी बन्दी की मौत का कारण कोई बीमारी  हो तो आश्चर्य की बात नहीं होगी।

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