बिलासपुर—मंगला चौक- उस्लापुर ब्रिज के बीच स्थित मिनोचा कालोनी के अतिक्रमण करने की जानकारी लेने निगम का अतिक्रमण दस्ता दोपहर को मौके पर पहुंचा। इसी दौरान अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से नाराज उद्योगपति ने निगम अधिकारी को खुलेआम धमकी दिया। उद्योगपति ने इस दौरान ना केवल अपने रसूख का हवाला दिया। बल्कि तोड़फोड़ के खिलाफ कोर्ट में घसीटने की धमकी भी दिया। उद्योगपति ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि उसे लोअर कोर्ट से स्टे मिला है। बावजूद इसके दीवार को निगम ने जबरदस्ती कर गिरा दिया। इसे हरगिज बर्दास्त नहीं करते हुए निगम और अधिकारी के खिलाफ अवमानना का वाद किए जाने की बात कही।
नाराजगी जाहिर करते हुए उद्योगपति ने कहा कि शायद निगम को पता नहीं है कि कोर्ट से आगे भी उसका अच्छे अच्छे लोगों से परिचय है। इस दौरान निगम अधिकारी ने उद्योगपति को समझाने का प्रयास किया। लेकिन उद्योगपति रसूख का हवाला देता रहा। मामलें मे निगम अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि दो दिन पहले तोड़े गए निर्माण के खिलाफ कुछ लोग फिर से बिना इजाजत निर्माण कार्य शुरू किया है। सभी के खिलाफ निगम अधिनियम के तहत नोटिस जारी किया गया है। जवाब मिलने के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।
उद्योगपति ने निगम अधिकारी को धमकाया
सोमवार को जैसे ही निगम अतिक्रमण दस्ता की टीम स्थिति का जायजा लेने मिनोचा कालोनी पहुंची.। .मौके पर मौजूद एक उद्योगपति ने निगम को कोर्ट में देख लेने की धमकी दिया। उद्योगपति ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ लोअर कोर्ट से स्टे मिला है। बावजूद इसके बाउंड्रीवाल गिराया गया। इससे कोर्ट की अवमानना हुई है। उद्योगपति ने कहा कि जानकारी होनी चाहिए कि उसका परिचय कोर्ट से भी आगे तक है। कोर्ट के कई वकील अब अच्छी जगह है। सभी लोग उसके परिचय के हैं। इसलिए निगम को नहीं छोडुंगा। सारी बातों को अधिकारी चुपचाप सुनता रहा या फिर समझाने का प्रयास किया। और जहर का घूंट पीता रहा।
ऊंची पहुंच और अवमानना की धमकी
जानकारी देते चलें कि हाइकोर्ट से निर्देश मिलने के बाद निगम प्रशासन ने सालों साल से निगम की जमीन पर काबिज लोगों के खिलाफ अतिक्रमण अभियान चलाया। इसके पहले निगम कमिश्नर ने सभी लोगों से बैठक कर अतिक्रमण हटाने का प्रयास पर बल दिया। बात बन जाने के बाद भी किसी ने भी अतिक्रण नहीं हटाया। सीमांकन के कुछ दिनों बाद निगम अतिक्रमण दस्ता ने एक साथ एक दर्जन से अधिक लोगों के निर्माण पर बुलजोडर चलाया।
अतिक्रमण पर चला बुलडोजर
दो दिन पहले निगम की टीम ने नमिता राकेश ऋषि, सिंघानिया बन्धु समेत इंडियन आयल, कबीर चड्डा, आसमा बिल्डर्स, डीडी के अतिक्रमण के अलावा कुल 15 लोगों के निर्माण को बुलडोज किया। साथ ही बचे हुए अतिक्रण को हटाए जाने का निर्देश दिया। दो दिन बाद मौके का जायजा लेने निगम अधिकारी मिनोचा कालोनी पहुंचा। इसी दौरान पत्रकारों के सामने उद्योगपति ने अपने रसूख का परिचय दिया। उद्योगपति ने बताया कि उसे लोअर कोर्ट स्टे सुरक्षा हासिल है। बावजूद इसके निर्माण को निगम ने गिराया है। उसकी ऊंची पहुंच है। सभी को कोर्ट में अवमानना के मामले में घसीटेगा।
कार्रवाई के बाद निर्माण पर नोटिस
निगम अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिली कि तोड़फोड़ के बाद कुछ लोग बिना अनुमति निर्माण कार्य कर रहे हैं। नमिता राकेश ऋषि ने बिना जानकारी बाउन्ड्रीवाल बनाना शुरू कर दिया है। जबकि उन्हें सीमांकन के बाद लगाए गए निशान तक अतिक्रमण को हटाना था। लेकिन निर्देशों का पालन नहीं करते हुए करीब पचास फिट जमीन पर कब्जा कर बाउन्ड्रीवाल बनाना शुरू कर दिया।
मामले में निर्माण कार्य के खिलाफ ऋषि को निगम अधिनियम की धारा 322,323 और 302 के तहत शुक्रवार को नोटिस जारी किया गया है। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने की सूरत में उचित कार्रवाई होगी। इसके अलावा निगम ने अन्य लोगों को भी जरूरी निर्देश दिया है। कमिश्नर के निर्देश के बाद जल्द ही बेजाकब्जाधारियों के खिलाफ कदम उठाया जाएगा। पाटीदार भवन के आगे ओव्हरब्रिज के बगल से भी अतिक्रमण को हटाया गया है।