अपने ही आयोजन में निर्वाचित विधायक अपमानित,बीच में छोड़ा कार्यक्रम,मचा हड़कम्प,मुख्य अतिथि बैजनाथ ने कहा-नाराजगी का सवाल ही नहीं उठता

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— हमेशा की तरह एक बार फिर निर्वाचित नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने  अपने ही कार्यक्रम में अपमानित होना महसूस किया है। और फिर नाराज विधायक ने सरकारी कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ दिया। कार्यक्रम छोड़ने के दौरान नगर विधायक ने बताया यदि सम्मान ना करे..चल जाएगा..लेकिन अपमानित करने का अधिकार किसी को नहीं है। बावजूद इसके हर बार ऐसा ही हो रहा है। मामले की शिकायत ऊपर तक करेंगे। पूछेंगे कि क्या सरकारी कार्यक्रम प्रोटोकाल में विधायक की कोई हैसियत नहीं है। यदि नहीं है तो..फिर उन्हें क्यों सुनियोजित साजिश के तहत आमंत्रित किया जाता है।   
               शहर विधायक शैलेष पाण्डेय ने एक बार फिर सिस्टम पर खुद के साथ अपमानित करने का आरोप लगाया है। प्रार्थना सभा में आयोजित सरकारी कार्यक्रम के दौरान उचित सम्मान नहीं मिलने से नाराज निर्वाचित विधायक शैलेष पाण्डेय ने बीच में ही कार्यक्रम को छोड़ दिया है। इसके बाद जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया है। वही जनता के बीच विधायक को अपमानित किये जाने को लेकर गहरी नाराजगी के साथ जमकर चर्चा है ।
             जानकारी देते चलें कि 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि है। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार की जनप्रिय राजीव गांधी न्याय योजना के पूरे प्रदेश समेत बिलासपुर स्थित प्रार्थना सभा में कार्यक्रम का आयोजन अपैक्स बैंक चैयरमैन बैजनाथ चन्द्राकर कीअध्यक्षता में किया गया। इस दौरान अतिथियों और जिला प्रशासन की उपस्थिति में किसानों के खाते में प्रथम किश्त डाला गया।  
                 कार्यक्रम में विपक्ष के नेता विधायक समेत जिला के आलाधिकारियों ने शिरकत किया। जाहिर सी बात है कि नगर विधायक को भी जिला प्रशासन ने आमंत्रित किया। लेकिन जब शैलेष पाण्डेय कार्यक्रम में पहुंचे तो उन्हें मंच से ना केवल उपेक्षित व्यवहार का सामना करना पड़ा। बल्कि उनके लिए बैठने की व्यवस्था नही थी। इस बात को लेकर विधायक ने अपनी नाराजगी कार्यक्रम के बीच में ही जाहिर किया। इसके बाद कार्यक्रम में बैठे लोगों में जमकर कानाफूसी शुरू हो गयी। 
              बताते चलें कि प्रार्थना सभा में आयोजित बोनस वितरण कार्यक्रम को लेकर मंच पर मुख्य अतिथि बैजनाथ चन्द्राकर समेत अन्य अतिथियों के लिए सीटिंग व्यवस्था तो की गयी..लेकिन विधायक की कुर्सी को सबसे किनारे लगाया गया। जानकारी के अनुसार मुख्य अतिथि के दाएं- बाएं संसदीय सचिव रश्मि सिंह और नगर विधायक शैलेष पाण्डेय को बैठना था। लेकिन ऐसा किन्ही कारणों से नहीं हो पाया। मुख्य अतिथि बैजनाथ चन्द्राकर के बगल से क्रम में जिला पंचायत अरूण चौहान, जिला सहकारी बैंक चैयरमैन प्रमोद नायक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी को स्थान दिया गया।  सबसे अन्त में नगर विधायक शैलेष के लिए कलेक्टर ने बुलाकर अपने बगल से कुर्सी लगवाया।
                              उचित स्थान पर बैठक व्यवस्था नहीं होने पर विधायक ने अपमानित महसूस किया। उन्होने मौके पर नाराजगी को दबाते हुए आयोजकों पर  उपेक्षा का आरोप लगाया। और फिर कार्यक्रम को भी बीच में छोड़ दिया। 
            कार्यक्रम छोड़ने के दौरान पत्रकारों से नगर विधायक ने कहा कि ऐसा लगता है कि उन्हें कार्यक्रम में अपमानित करने के लिए बुलाया जाता है। यह जानते हुए भी कि निर्वाचित विधायक हूं। हर बार अपमान को बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। इसलिए मैं कार्यक्रम को बीच में ही छोड़ने को मजबूर हूं। शैलेष पाण्डेय ने कहा कि यदि सम्मान देना नहीं है तो कम से कम अपमानित भी तो नहीं किया जाए।
              विधायक ने बताया कि इस बात को ऊपर तक रखूंगा..जिला प्रशासन की व्यवस्था की भी शिकायत करूंगा। समझने का प्रयास करूंगा कि कहीं उनके साथ सुनियोजित साजिश तो नहीं है।  

  नाराज होकर नहीं..व्यस्तता का कारण गए…बैजनाथ

          अपैक्स बैंक चैयरमैन और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बैजनाथ चन्द्राकर ने बताया कि विधायक अपने हैं। नाराजगी का सवाल ही नहीं उठता है। उन्होने कार्यक्रम में शपथ ग्रहण किया है। न्होने कार्यक्रम छोड़ने से पहले बातचीत कर बताया कि कुछ जरूरी व्यस्तता है। इसलिए जाना पड़ रहा है। और भी कई बातें हुई है।

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