छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के आंदोलन का 15वां दिन, विकलांग शिक्षकों का दर्द सुनिए सरकार..

Chief Editor
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रायपुर। अपनी एक सूत्री मांग वेतन विसंगति दूर करने के लिये आज के कार्यक्रम में दिव्यांग सहायक शिक्षको ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । मंच से सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रेरक गीतों के साथ सरकार की बखिया उधेड़ी गई। मंच से प्रदेश अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि जब हमारी मांगें पूरी नही होती आंदोलन जारी रहेगा। फेडरेशन के मीडिया प्रभारी राजू टंडन ने आज के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि दिव्यांग शिक्षक साथी कुलेश्वर सिंह छुई खदान, अवतार गुप्ता जो नेत्रहीन एवं मुकबधीर है। चिंतामणि साहू नेत्रहीन है ।इन साथियों ने धरना स्थल पर आकर शिक्षको को मनोबल बढ़ता है उस जज्बे को सहायक शिक्षक फेडरेशन सलाम करता है।

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प्रदेश प्रवक्ता बसंत कौशिक का कहना है कि आस पास से मोटरसाइकिल से आने वाले शिक्षक हेलमेट पहन कर जरूर आये और आने जाने में विशेष सावधनी रखे । जानकारी आई है कि धरना आंदोलन से वापसी के समय हमारे धमतरी ब्लॉक से मनोज बंछोर बाइक से घर जा रहे थे । जो दुर्घटना का शिकार हो गए है। उन्हें अंदरूनी चोट आई है । जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। सहायक शिक्षक फेडरेशन परिवार उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।

आपको बता दे कि 11 दिसंबर से बुढ़ा तालाब धरना स्थल पर एक सूत्री मांग वेतन विसंगति को लेकर सहायक हड़ताल पर है जिससे शिक्षा व्यवस्था बे पटरी हो चुकी है। वही शिक्षक भी बड़ी विषम परिस्थितियों में कड़कती ठंड में अपने हक़ के लिए संघर्ष कर रहे है। कल दूसरे दौर की वार्ता के विफल हो गई जिसकी बड़ी वजह खाली पदों पर प्रधानपाठक और वर्ग दो में पदोन्नति का पुराना फार्मूला फिर से बताया गया। वार्ता में नया कुछ नही था।

शिक्षक नेताओ को उम्मीद थी कि सरकार के मुखिया ने राकेश टिकैत का सम्मान किया और राकेश टिकैत ने शिक्षको के आंदोलन को समर्थन कर सरकार पर दबाव बना दिया होगा…। जो दूसरी वार्ता में दिखाई देगा पर ऐसा कुछ नही हुआ। छत्तीसगढ़ सरकार की नजरों में राकेश टिकैत नाम की बंदूक खाली कारतूस का खोखा निकली है।जबकि फेडरेशन के मंच में राकेश टिकैत ने अपने भाषण में जो शब्दो के कई हवाई फायर थे।जिससे लगा कि अब दबाव बनेगा। लेकिन दूसरी वार्ता के बाद अब आम शिक्षको को धरना मंच से दिया गया टिकैत का भाषण … बिना कारतूस के हवाई फायर लग रहा है।

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