पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की राज्यसभा (Rajya Sabha) सांसद अर्पिता घोष (Arpita Ghosh Resign) ने इस्तीफा दे दिया है. राज्यसभा अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने उनके इस्तीफे को मंजूर भी कर लिया है.इस संबंध में संसदीय प्रधान सचिव पी.पी.के. रामाचार्युलु की ओर से पत्र भी जारी किया गया है. राज्यसभा सचिवालय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. घोष उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें हाल ही में संपन्न हुई संसद सत्र में राज्यसभा में हंगामे के दौरान निलंबित कर दिया गया था, जहां सांसद और मार्शल दोनों कथित रूप से घायल हो गए थे.
सुष्मिता देव को TMC ने राज्यसभा के लिए नामित किया है
अर्पिता घोष का इस्तीफा टीएमसी की नेता सुष्मिता देव को पार्टी द्वारा राज्यसभा के लिए नामित किए जाने के एक दिन बाद आया है. देव असम की सिलचर सीट से लोकसभा में सांसद रह चुके हैं लेकिन 2019 में चुनाव हार गई थीं.राज्यसभा में हाल ही में उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब सदन में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे TMC के निलंबित सांसद के हाथों दरवाजे का कांच टूट गया. इन सांसदों को अनुचित आचरण के लिए सदन से एक दिन के लिए निलंबित किया गया था. निलंबन के बाद सांसद राज्यसभा की ल़ॉबी में प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान सदस्यों ने राज्यसभा में घुसने की कोशिश की.
अर्पिता घोष समेत ये 6 सासंद थे शामिल
इस दौरान वहां लकड़ी के दरवाजे पर लगा कांच टूट गया और एक महिला सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गई. निलंबित छह सांसद, जिसमें बोला सेन, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांता छेत्री, अर्पिता घोष और मौसम नूर शामिल थे.