मुंगेली(आकाश दत्त मिश्रा )। पुलिस सेवा से बर्खास्त किये गए 47 पुलिस कर्मियों ने फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 8 सितम्बर को कर्मचारी संघ और 12 सितम्बर को st sc obc समेत सर्व छत्तीसगढ़िया समाज के मंच से पुलिसिया सिस्टम के फैसले को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट जाने की बात कही है ।इस विरोध प्रदर्शन के दौरान इलेक्ट्रानिक मीडिया के संवाददाता से बातचीत करते हुए जरहगांव थाने के बर्खास्त TI ने मुंगेली पुलिस अधीक्षक पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि अक्सर क्राइम मीटिंग के दौरान कप्तान मैडम के द्वारा मुझे ये कहकर धमकी दी जाती थी कि “मैं भी देखती हूं तू DSP कैसे बनेगा”…….?
पुलिस अधीक्षक निथुकमल पर लगे आरोप को सुनकर और भी बड़े अधिकारी अपनी बगले झांकने लगे है । TI टोप्पो के अनुसार लगाए गए आरोपो में कितनी सच्चाई है ये पुलिस अधीक्षक और मीटिंग के दौरान उपस्थित रहने वाले पुलिस अधिकारी ही बता सकते है। लेकिन एक बात स्पष्ट है कि पुलिस डिपार्टमेंट में अब ऊपर से लेकर नीचे पद तक अपनी सेवा देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच बीते कुछ वर्षों में धीरे धीरे कर तनाव और दूरियां निर्मित होने लगी है या फिर यूँ कहे कि एक वर्गीकरण की स्थिति निर्मित हो चुकी है। ऊपरी लेयर पर बैठे अधिकारी और निचले लेयर के अधिकारी – कर्मचारियों के बीच सामंजस्य ना के बराबर रह गया है । जरहागांव के बर्खास्त टीआई के आरोप को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।