मुंगेली ( आकाश दत्त मिश्रा) । बीती रात मुंगेली नगर गणपति विसर्जन के रंगारंग कार्यक्रमो से सराबोर था। कतारबद्ध नियम से अपनी प्रतिमा और झांकी और समिति की एकजुटता का परिचय देते हुए नगर भ्रमण करने का संयुक्त निर्णय था । समितियों को पुरस्कृत करने मंच तैयार किये गए थे ।जहाँ शांति और कानून व्यवस्था बनाये रखने पुलिस बल पूरे शहर में तैनात था । इस कार्यक्रम मे समितियों के प्रदर्शन और पुरस्कार वितरण के लिए परम्परानुसार मुख्य केंद्र सिटी कोतवाली पुराना बस स्टैंड को ही चुना गया था,।
ज़ाहिर है ऐसे में यहां पुलिस की व्यवस्था बहुत तगड़ी थी। ताकि कोई भी असामाजिक तत्व कार्यक्रम को प्रभावित ना कर सके। लेकिन इसी बीच किसी अज्ञात असामाजिक तत्व ने आगर स्पोर्ट्स क्लब के बने मंच के ठीक सामने स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़खानी कर दी और रफूचक्कर हो गया । गांधी प्रतिमा पर से उनका असल चश्मा गायब कर प्रतिमा को फैशनेबल गॉगल पहना दिया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में राजनैतिक शैक्षणिक व्यावसायिक क्षेत्रो में उच्च पदों पर आसीन लोगो का प्रतिमा के ठीक सामने तांता लगा रहा। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। लेकिन इन सब के नाक के सामने गांधी प्रतिमा के साथ छेड़खानी कब हो गयी किसी को भनक भी नही लगी।
ऐसी स्थिति के लिए किसे जिम्मेदार और किसे लापरवाह कहा जाए ये तय प्रशासन को करना है ।लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी लिए कंधो को कम से कम इतना सजग होना ही चाहिए कि उनकी पीठ के पीछे क्या हो रहा पता चल सके। वही प्रतिमा के ठीक सामने बने पुरस्कार मंच पर जमे जनप्रतिधियों, युवा नेताओ के द्वारा गांधी प्रतिमा के साथ हुई छेड़खानी को अनदेखी करना इस बात का प्रमाण है कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर फूल मालाओं से सम्मानित किए जाने वाले महात्मा गांधी अब राजनैतिक गलियारों से ताल्लुक रखने वालों के लिए महज एक औपचारिकता का विषय बनकर सिमट गए है। जो कि चिंतन का विषय है।