घड़ी चौक से किसको एतराज…किसने कहा नाम हटाने की साजिश…महापौर को क्यों आया कांग्रेसियों पर तरस

nehru chowkबिलासपुर—जल्द ही बिलासपुर को घड़ी चौक मिल जाएगा। शुक्रवार को निकाय मंत्री अमर अग्रवाल नेहरू चौक से चंद कदम दूर घड़ी चौक के लिए भूमि पूजन करेंगे। कांग्रेसियों ने नेहरू चौक के पास घड़ी चौक बनाए जाने का विरोध किया है। कांग्रेसियों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी घड़ी चौक बनाने के बहाने पंडित नेहरू के अस्तित्व को चुनौती दे रहे हैं। सोची समझी रणनीति के तहत घडी चौक बनाने के बहाने चौक के नाम को बदलने की साजिश की जा रही है। लेकिन साजिश को रंग नहीं चढ़ने दिया जाएगा।

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                      निगम प्रशासन ने रायपुर की तर्ज पर घड़ी चौक बनाने का फैसला किया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को निकाय मंत्री अमर अग्रवाल नेहरू चौक के पास घड़ी चौक निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। इधर घड़ी चौक के स्थान को लेकर कांग्रेसियों में नाराजगी देखने को मिल रही है। कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव, नरेन्द्र बोलर,शेख नजरूद्दीन और शैलेन्द्र जायसवाल ने घड़ी चौक के स्थान को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि शहर को घड़ी चौक से कही ज्यादा आदर्श की जरूरत है। पंडित नेहरू देश के ना केवल पहले प्रधानमंत्री थे..बल्कि विश्व में देश की पहचान भी हैं। लेकिन घड़ी चौक के बहाने नेहरू चौक के नाम को बदलने की साजिश हो रही है।

                                         अटल श्रीवास्तव और शेख नजरूद्दीन ने बताया कि नेहरू भारत की पहचान है। स्वतंत्रता सेनानी के साथ विद्वान और देश के पहले प्रधानमंत्री भी है। हो सकता है कि बिलासपुर को घड़ी चौक की जरूरत हो…। लेकिन बिलासपुर शहर और जिला को इससे कहीं ज्यादा जरूरत नेहरू नाम और नेहरू चौक की है। घड़ी चौक को कहीं भी बनाया जा सकता है। जरूर नहीं कि चौक नेहरू चौक के पास ही हो। यह भी जरूरी नहीं कि रायपुर की तरह घड़ी चौक का निर्माण कलेक्टर कार्यालय के पास ही हो।

                                                                 शैलेन्द्र और अटल ने कहा कि घड़ी चौक के लिए शहर में कई चौक चौराहे खाली हैं। मंगला चौक को भी घड़ी चौक के रूप में विकसित किया जा सकता है। मंगला चौक इस समय शहर का सबसे व्यस्त स्थान है। यहां से मुंगेली,रायपुर,अम्बिकापुर के लिए बसें निकलती हैं। चौक काफी भीड़भा़ड वाला और खाली भी है। यहां स्थान भी पर्याप्त है…यदि घड़ी चौक बनाया जाता है तो यातायात व्यवस्था भी सुधरेगी।  लेकिन भाजपा को इससे कोई लेना देना नहीं है। क्योंकि उनके पास नेहरू जैसा व्यक्तित्व नही हैं..और ना होगा। इसलिए उनके नाम को जनमानस के पटल से हटाने के लिए ही नेहरू चौक के पास घड़ी चौक बनाया जा रहा है। ताकि लोग आने वाले समय में नेहरू चौक को घड़ी चौक के नाम से पुकारें। लेकिन इस साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।

पंडित नेहरू सबके दिलों में..घड़ी से तुलना ठीक नहीं

              महापौर किशोर राय ने बताया कि घड़ी चौक को लेकर कांग्रेसियों का विरोध सुनकर ताज्जुब हो रहा है। लगता है काग्रेसियों ने नेहरू के व्यक्तित्व का आकलन ठीक से नहीं किया है। यही वजह है कि उन्हें घड़ी चौक बनने के पहले ही पंडित नेहरू के नाम की चिंता सताने लगी है। महापौर ने कहा कि नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री.विद्वान,लेखक और विश्व के महान नेताओं में से एक हैं। एक घड़ी चौक बनने से चौक और दिल से उनका नाम खत्म हो जाएगा। कांग्रेसियों की इस सोच पर मुझे तरस आती है। नेहरू लोगों के दिलों में हमेशा रहेंगे…भले कांग्रेसियों के दिल में रहें या ना रहें।

                          महापौर ने बताया कि नेहरू चौक के पास जिला और संभाग कार्यालय है। लोग दूर दूर से बिलासपुर आते हैं। चौक से रायपुर,अम्बिकापुर,जांजगीर,मुंगेली कवर्धा की तरफ बसों का आना जाना होता है। नेहरू चौक बिलासपुर के मध्य में है। समझ में नहीं आता कि घड़ी लगने से चौक का नाम कैसे बदल जाएगा। यदि घड़ी की तुलना नेहरू से की जा रही है तो इससे कांग्रेसियों का स्तर पता चल जाता है।

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