भरारी सोसायटी में बिचौलियों का नया खेल..हीरालाल की जमीन पर..संतोष पाल के खाते में जमा होगा रूपया.. नायक ने कहा.. मामले में होगी जांच..करेंगे सख्त कार्रवाई

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—एक दिसम्बर से प्रदेशस्तर पर धान महोत्सव चल रहा है। गाव गांव से पंजीकृत किसान केन्द्र पहुंचकर धान की बिक्री कर रहे हैं। किसानों को धान बेचने के दौरान किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। शासन की मानिटरिंग भी हो रही है। गलती पाए जाने पर तत्काल एक्शन भी लिया जा रहा है। अधिकारी और नेता दिन प्रतिदिन धान खरीदी केन्द्र पहुंचकर किसानों से संवाद कर रहे है। बावजूद इसके गड़बड़िया रूकने का नाम नहीं ले रही है। 

                     रतनपुर भरारी स्थित सोसायटी में कुछ अलग तरीके की गड़बड़ी सामने आयी है। मार्कफेड के वेवसाइट पर करीब तीन हेक्टर जमीन भरारी निवासी हीरालाल सूर्यवंशी के नाम पर दर्ज है। लेकिन बैंक अकाउन्ट नम्बर संतोष पाल का बताया जा रहा है। जाहिर सी बात है कि किसान हीरालाल 15 क्विंटल की दर से 120 क्विटंल धान खरीदी केन्द्र को बेचेगा। लेकिन शासन की तरफ से धान की कीमत हीरालाल के खाते में नहीं..बल्कि संतोष पाल के खाते में जमा होगा।

                        मामले को लेकर भरारी सोसायटी और आस पास के गांव में जमकर चर्चा है। बताया जा रहा है कि गड़बड़ी में पटवारी, प्रबंधक, ब्रांच मैनेजर की भूमिका संदिग्ध है। मतलब साफ है कि हीरालाल धान की उपज लेता नहीं है। संतोष पाल इधर उधर से धान एकत्रित कर हीरालाल के पंजीयन पर धान की बिक्री करेगा। रूपया अपने खाते में जमा करायेगा। 

                            स्थानीय लोगों ने बताया कि क्षेत्र में ऐसे करीब आधा दर्जन से अधिक लोग है। जिन्होने पटवारी समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से मिली भगत कर दूसरे की पंजीकृत जमीन पर अपना बेच रहे हैं। हीरालाल सूर्यवंशी और संतोष पाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। 

                        मामले में जांच की सख्त जरूरत है। जांच में मिलीभगत करने और शासन की नीतियों से खेलने वालों का चेहरा सामने आ जाएगा।

जांच होगी..और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी

                      जानकारी सामने आने के बाद जिला सहकारी बैंक के चैयरमैन प्रमोद नायक ने बताया कि ऐसी गड़बड़ी संभव नहीं है। यदि ऐसा है तो मा्मले में जांच जरूरी है। साथ ही दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। जांच के बाद ही पता चलेगा कि बदमाशी भूल से हुई है या जानबूझकर। 

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