बिलासपुर—- सिम्स स्थित माइक्रोबॉयलाजी विभाग में कोविड लैब यानि आरटीपीसीआर लैब स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान बतौर अतिथि सीएचएमओ ने शिरकत किया। सीएचएमओ ने सफलता के लिए सभी को बधाई दी। डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि कोविड लैब को 1 अगस्त 2020 को किया गया। पिछले एक साल में सभी ने मिलकर ढाई लाख से अधिक लोगों का टेस्ट कर रिकार्ड स्थापित किया है।
सिम्स में आरपीसीआर लैब स्थापना के एक साल पूरे होने पर टीम ने मिलकर खुशिया जांहिर की है। कोरोना नोडल अधिकारी डॉ.आरती पाण्डेय ने बताया कि एक साल पहले महामारी काल में आरटीपीसीआर का एक लैब स्थापित किया गया। लैब को एक अगस्त 2020 को स्थापित किया गया। इस दौरान एक साल में कुल 2 लाख 50 हजार लोगों में कोरोना टेस्ट किया गया। कुल 19823 लोग संक्रमित पाए गए।
डॉ.आरती पाण्डेय ने कहा कि इस मुकाम तक पहुंचने में सभी अधिकारी और कर्मचारियों का योगदान रहा। माइक्रोबायलाजी ने 24 घण्टे काम किया। स्थापना दिवस पर सिम्स के सभी कोरोना वारियर्स का सम्मान किया गया। सिम्स की डीन डॉ.नागरिया ने कार्यक्रम में शिरकत करते हुए उपस्थित सभी अधिकारियों और अधिकारियों की तारीफ की। साथ ही उत्साहवर्धन भी किया।
कार्यक्रम में सीएचएमओ डॉ.प्रमोद महाजन, डॉ.एसके नायक, लैब प्रभारी डॉ.रेखा बारापात्रे, विभाग प्रमुख सागरिका प्रधान विशेष रूप से शामिल हुई।
डॉ. आरती पाण्डेय ने बताया कि वर्तमान समय में वायरोलाजी लैब की टेस्टिंग क्षमता बढ़कर प्रतिदिन 1200 से 1300 हो गयी है। जो कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को जाहिर करता है। अजीम प्रेम जी फांउडेशन और एसईसीएल की तरफ से 1-1 आरटीपीसीआर के अलावा यूनिसेफ से 2 मशीन प्रदान की गयी है।जिससे आरटीपीसीआर टेस्टिंग का काम तेज हो जाएगा।