Coronavirus: डेल्टा से कितना खतरनाक है Omicron? किन देशों में फैला चुका है दहशत?यहाँ जाने सबकुछ

Shri Mi
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New variant of Coronavirus: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ने एक बार फिर सबके होश उड़ा दिए हैं. दरअसल दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट ने एक बार फिर लोगों के बीच डर का माहौल बना दिया है. कोविड के स्ट्रेन को ओमीक्रॉन का नाम दिया गया है. एक तरफ जहां काफी तेजी से फैलने वाले वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने खतरनाक बताया है और इसे ‘बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप’ करार दिया है. वहीं दुनिया के तमाम देश इसके संक्रमण से बचने को लेकर सतर्क हो गए हैं. बता दें कि इससे पहले इस श्रेणी में कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट था. डेल्टा वेरिएंट के कारण दुनियाभर में अब तक करोड़ो लोगों ने अपनी जान गवां दी है. अब ओमीक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के रफ्तार को देखकर वैज्ञैनिक और सभी देश काफी चिंतित है. वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल इस वेरिएंट पर वैक्सीन कितनी असर कर रहा है इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है. 

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WHO ने नए स्ट्रेन के बारे में बात करते हुए कहा कि ओमीक्रॉन के वास्तविक खतरों को अभी तक नहीं समझा जा सका है. लेकिन अबतक जो सबूत मिले हैं उससे पता चलता है कि कोरोना के अन्य स्ट्रेनों के मुकाबले इससे फिर से संक्रमित होने का जोखिम ज्यादा है. जिसका मतलब है कि ये वेरिएंट किसी भी व्यक्ति को एक बार से ज्यादा बार संक्रमित कर सकता है. हालांकि WHO के साथ सभी विशेषज्ञ फिलहाल ओमीक्रॉन पर गहरी स्टडी कर रहे हैं और अभी ये समझने में भी समय लगेगा कि इस स्ट्रेन पर वैक्सीन कितना प्रभावी है. 

क्या है ये वेरिएंट
दरअसल इस नए वेरिएंट का पता दक्षिण अफ्रीका ने लगाया है. इसका औपचारिक नाम  B.1.1.529 है. इसे कोरोना का अब तक का सबसे ज़्यादा म्यूटेटेड वर्जन कहा जा रहा है. वहीं WHO ने इस वेरिएंट को ओमीक्रॉन का नाम दिया है. मिली जानकारी के अनुसार अबतक दक्षिण अफ्रीका में नए स्ट्रेन से 22 संक्रमित मामलों की पुष्टि की गई है. विशेषज्ञों की माने तो इस वायरस के कई म्यूटेशन हैं जिसके कारण इसके काम करने का तरीका अन्य वेरिएंट से अलग है.  

क्यों है अन्य वेरिएंट से खतरनाक
दक्षिण अफ्रीका में सेंटर फॉर एपिडेमिक रिस्पाॉन्स एंड इनोवेशन के विशेषज्ञों के अनुसार, ओमीक्रॉन में कोरोना के अन्य स्ट्रेन के मुताबिक बहुत ज्यादा म्यूटेशन है. इस वेरिएंट का अबतक 50 म्यूटेशन का पता लगाया जा सका है और स्पाइक प्रोटीन पर 30 से ज़्यादा म्यूटेशन मिले. अधिकांश टीके इसी पर काम करते हैं और इसी से वायरस हमारे शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है. 

अबतक 9 देशों में फैल चुका है वेरिएंट
वायरस का ये नया स्ट्रेन दक्षिण अफ्रीका से शुरू होकर अबतक 8 देशों तक पहुंच चुका है. इन देशों में दक्षिण अफ्रीका, इजराइल, इटली, हॉन्गकॉन्ग, बोत्सवाना, बेल्जियम, जर्मनी, चेक रिपब्लिक और ब्रिटेन शामिल हैं. हालांकि कई देश इन देशों में यात्रा प्रतिबंध लगाकर वायरस के संक्रमण के चेन को तोड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं. राहत की बात ये है कि अबतक इस वेरिएंट का एक भी मामला भारत में नहीं आया है. 

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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