बिलासपुर।जिला प्रशासन की नाक के नीचे स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में व्याप्त भर्राशाही की चर्चा एक बार फ़िर ज़ोरों पर है। जहां इन दिनों व्याख्याता पद पर हल ही में चयनित अभ्यर्थी अपनी पदस्थापना को लेकर चक्कर लगा रहे हैं और विभाग के लोग नव चयनित व्याख्याताओँ के सुनहरे अवसर को अपने लिए भी सुनहरे अवसर में बदलने की ज़ुगत लगा रहे हैं।ज्ञात हो कि वर्तमान में शासन द्वारा व्यापम के माध्यम से उच्च शिक्षा व्याख्याताओं की नियुक्ति की जा रही है । बिलासपुर जिले में भी चयनित अभ्यर्थियों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाना है । बिलासपुर शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियुक्ति के पूर्व ही शासन की मंशा के विरुद्ध रिक्त स्थानों के लिए पात्र अभ्यार्थियों ( जिनका चयन मेरिट रूप से किया गया है) को रिक्त पदों के लिए नियुक्ति की जानकारी देने के लिए कार्यालय में बैठे लोग चढ़ावा की उम्मीद कर रहे हैं।
बताया यह भी जा रहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी सेवानिवृत्ति निकट होने के कारण दफ़्तर में समय कम ही दे पाते हैं। जिससे वहां अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। वहां के स्थापना लिपिक से भी अभ्यर्थियों की मुलाक़ात नहीं हो पाती । जिसके कारण दूरस्थ अंचलों से आए अभ्यार्थियों को इधर-उधर भटकना पड़ता है ।लोगों ने बताया कि जब वे उपलब्ध भी होते हैं तो बिना भेंट चढ़ावा की जानकारी उपलब्ध नहीं कराते। जो अभ्यर्थी इन लिपिकों को खुश कर चढ़ावा दे देते हैं , उन्हे शाम के समय कार्यालय में जानकारी उपलब्ध करा दी जाती है। जबकि नियमानुसार रिक्त पदों के लिए कार्यालय के सूचना पटल पर जानकारी चस्पा करना आवश्यक है ।जिससे अभ्यर्थी रिक्त पदों को देख सकें । लेकिन इस मामले में शासन के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया जा रहा है ।