TS सिंहदेव की चिट्ठी सार्वजनिक होने पर कांग्रेस विधायक दल की आपत्ति,अनुशासनहीनता की कार्रवाई के लिए भेजेंगे पत्र

Shri Mi
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रायपुर।विधानसभा के मानसून सत्र में विपक्ष पर जवाबी हमले की रणनीति को लेकर रविवार शाम सीएम हाउस में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में देर तक मंत्रणा का दौर चला। हालांकि मीटिंग में पंचायत विभाग छोड़ने के बाद कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव नहीं आए पर सिंहदेव के फैसले और उनकी सार्वजनिक हुई चिट्ठी के मुद्दे पर विधायकों ने बैठक में नाराजगी जताई है। विधायकों और मंत्रियों ने भरी बैठक में प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया से कहा कि यह एक तरीके से अनुशासनहीनता का मामला है। इस तरह की गतिविधियों से पार्टी की छवि खराब की जा रही है। मंत्री तो खुद शासन का अंग है। इस पर सिंहदेव के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

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सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री निवास में भूपेश बघेल की अध्यक्षता में ढाई घंटे से अधिक चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मंत्री टीएस सिंह देव की विभाग छोड़ने के मुद्दे पर बवाल की स्थिति निर्मित हुई। इस मामले में कुछ मंत्रियों ने भी संकेतों में कहा कि यही स्थिति अच्छी नहीं है कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं ज्यादातर विधायकों ने गुस्से का इजहार करते हुए बैठक में मौजूद प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से इसे तत्काल संज्ञान में लेने की बात कही।

विधायकों ने यहां तक कहा कि प्रदेश में भूपेश सरकार के कामकाज से विपक्ष मुद्दा विहीन हो चुका है। इसके बावजूद विपक्ष को ऐसी गतिविधियों से अनावश्यक मुद्दा देने की कोशिश होती है।जबकि विपक्ष के पास जनहित का कोई मुद्दा नहीं है। इधर कैबिनेट मंत्री टीएस सिंह देव रविवार को अंबिकापुर में थे। वे सोमवार सुबह राजधानी पहुंचने के बाद साढ़े दस बजे विधानसभा सचिवालय जाएंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के पश्चात वे दिल्ली रवाना होंगे। हालांकि इससे पहले शाम 4 बजे भी विभागीय समीक्षा बैठक में भी शामिल होंगे।

विभाग छोड़ने के बाद से सिंहदेव के दिल्ली जाने से भी सरगर्मियों ने जोर पकड़ा है। मामला एआईसीसी तक पहुंचने के बाद अब सबकी निगाहें वहां होने वाली मुलाकातों पर टिकी हुई है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि यह इस्तीफे का मामला ही नहीं है।इसे इस्तीफे से जोड़ कर प्रचारित किया जा रहा है। टीएस सिंहदेव अभी भी कैबिनेट मंत्री हैं उन्होंने पत्र के जरिए पंचायत विभाग से मुक्त करने का ही आग्रह किया है। उनका पत्र मिलने के बाद इस पर कोई निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल और सिंहदेव दोनों से ही उनकी चर्चा हो चुकी है। एआईसीसी में भी राष्ट्रीय महासचिव को अवगत करा दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री निवास में इतवार को ही विधायक दल की बैठक में 14 मंत्रियों विधायकों ने टीएस के पत्र में लगाए गए आरोपों पर आपत्ति जताई है।पत्र को अनुशासनहीनता कहाहै। सिंहदेव के खिलाफ कार्रवाई की मांग वाले एक पत्र पर भी अधिकांश विधायकों के हस्ताक्षर लिए गए हैं। इसे लेकर प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया दिल्ली जाएंगे। मीटिंग के बाद पत्रकारों से चर्चा में संसदीय कार्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने कहा कि यह बड़ा मामला है। महाराज साहब ने जिस तरीके से पत्र लिखा है उस पर अधिकांश विधायकों ने प्रश्नचिन्ह खड़ा किया है। टीएस सिंहदेव ने अपने विभाग छोड़ने के जो कारण गिनाए हैं।उसकी वजह से अधिकांश विधायक आहत महसूस कर रहे थे। पीएल पुनिया के समक्ष उन्होंने अपनी बातें रखी है। रविंद्र चौबे ने कहा पुनिया जी हां हाईकमान के प्रतिनिधि हैं। मुझे वहां अपनी बात रखेंगे। मैं समझता हूं कि उसके बाद कोई सम्मानजनक हल निकलेगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री की ओर से विधायकों को रात्रि भोज दिया गया। इसी दौरान सभी विधायकों के सामने पहले से तैयार एक पत्र प्रस्तुत किया गया। इस पर वहां मौजूद विधायकों के हस्ताक्षर लिए गए हैं। बताया जा रहा है कई लोगों ने पत्र में क्या लिखा या पढ़े बिना ही हस्ताक्षर कर दिए इसी पत्र को विधायक दल की ओर से हाईकमान को भेजा जावेगा।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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