सिर्फ किसानो को समर्पित:छत्तीसगढ़ विधानसभा का एक ऐतेहासिक सत्र

Shri Mi
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CG-VIDHAN-SABHA.previewरायपुर।राज्य निर्माण के लगभग 17 वर्षों में आज यह पहला अवसर था,जब छत्तीसगढ़ विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र सिर्फ किसानों के धान बोनस और उनके हितों से जुड़े विषयों पर चर्चा के लिए बुलाकर एक नया इतिहास रचा गया। उल्लेखनीय है कि इसके पहले जीएसटी विधेयक पारित करने के लिए लगभग पांच महीने पहले 28 अप्रैल को विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया गया था। आज का यह विशेष सत्र किसानों को वर्ष 2016-17 में सहकारी समितियों में उपार्जित धान पर 300 रूपए प्रति क्विंटल की दर से लगभग 2100 करोड़ 55 लाख रूपए का बोनस देने के लिए अनुपूरक अनुदान पारित करने के लिए बुलाया गया था।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अनुदान प्रस्ताव पर चर्चा प्रारंभ करते हुए सदन में कहा-सिर्फ किसानों पर केन्द्रित यह विशेष सत्र अपने आप में ऐतिहासिक है।किसान अन्न दाता है। हम लोगों ने किसानों के धैर्य, उनकी तपस्या और उनके काम और उन्होंने जो मेहनत की है, उसे देखते हुए उनको बोनस देने का निर्णय लिया है। यह 2100 करोड़ रूपए का बोनस उनके जीवन में संजीवनी साबित होगा। किसान अपने पैरों पर खड़े हो, उनके जीवन में परिवर्तन आए, इसके लिए हमने कार्य योजना बनाई है। अनुपूरक अनुदान प्रस्ताव पर सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच विस्तार से चर्चा हुई। इसके बाद शाम को पुनः मुख्यमंत्री के वक्तव्य के बाद प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।

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                                                  विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने विशेष सत्र के समापन भाषण में कहा-छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। यहां की सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था खेती पर निर्भर करती है। जब तक हमारे प्रदेश के अन्न दाता किसान भाई स्वस्थ, समृद्ध और प्रसन्न रहेंगे, तभी हम विकास की परिभाषा को मूर्त रूप दे सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा-मैं सदन के नेता माननीय मुख्यमंत्री और उनकी सरकार को धन्यवाद देता हूं कि आपने संवेदना के धरातल से जोड़कर हमारे प्रदेश के किसान भाईयों की बेहतरी के लिए बीते वर्ष की धान खरीदी में उन्हें समर्थन मूल्य के अतिरिक्त बोनस देने का निर्णय लिया और इसी संदर्भ में इस अनुपूरक बजट के माध्यम से 2101 करोड़ 54 लाख 77 हजार 100 रूपए की अनुपूरक राशि स्वीकृत की गई है।

                                                   उन्होंने राज्य के मैदानी क्षेत्रों में इस वर्ष अल्प वर्षा के चलते निर्मित अकाल की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा-इन प्रतिकूल परिस्थितियों में हमारे किसान भाई-बहनों को हम क्या बेहतर से बेहतर सहयोग दे सकते है, यह हम सबका लक्ष्य होना चाहिए।विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर सदन के नेता और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेताप्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव, संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर सहित विधानसभा उपाध्यक्ष बद्रीधर दीवान, सभी मंत्रियों, विधायकों और सभापति तालिका के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सबके सहयोग से इस एक दिवसीय सत्र का संचालन हो सका।

                                                 विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी सत्र दिसम्बर माह के दूसरे अथवा तीसरे सप्ताह में संभावित है।मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, नेताप्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव और संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने भी विशेष सत्र के समापन पर सदन को सम्बोधित करते हुए सहयोग के लिए सबके प्रति आभार प्रकट किया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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