हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कांग्रेस (Congress) बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की एक के बाद एक चुनावी रैलियों का नतीजा कांग्रेस के लिए अच्छा रहा है. अब हिमाचल में कांग्रेस के दिग्गज नेता जुट रहे हैं और पार्टी सरकार बनाने जा रही है. हिमाचल का एंटी इनकंबेंसी फैक्टर असरदार रहा और हिमाचल प्रदेश की जनता ने अपना सियासी मिजाज नहीं बदला. हर बार की तरह इस बार भी 5 साल बाद जनता ने सरकार बदल दी. अब सवाल यह उठ रहा है कि कांग्रेस, हिमाचल प्रदेश की कमान किसे सौंपने की तैयारी कर रही है.
कांग्रेस को मुख्यमंत्री चुनने में कांग्रेस को मंथन करना पड़ सकता है. कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के प्रबदल दावेदारों की कोई कमी नहीं है. कई चेहरे सीएम पद की रेस में आगे बढ़ रहे हैं. चुनावी कैंपेन के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस में कम से कम 8 मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. मुख्यमंत्री पद ही कांग्रेस एकमत नहीं है. आइए जानते हैं कौन चेहरे इस रेस में सबसे आगे हैं.
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे तीन नेता चल रहे हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह. प्रतिभा सिंह वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं. सुखविंदर सिंह और मुकेश अग्निहोत्री ने अपनी सीटों पर जीत हासिल की है. प्रतिभा सिंह सांसद हैं.
आशा कुमारी और कौल सिंह ठाकुर भी सीएम पद की रेस में शामिल माना जा सकता है लेकिन उनकी राह बेहद मुश्किल है. डलहौजी से छह बार की विधायक आशा कुमारी का अपनी सीट से चुनाव हार रही हैं, वहीं आठ बार के विधायक कौल सिंह ठाकुर के लिए नतीजे ठीक नहीं है. वे मंडी के द्रंग विधानसभा सीट से चुनाव हार रहे हैं. ऐसे में आलाकमान जीते हुए नेताओं पर ही विचार कर सकता है.