सूरजपुर। सायबर अपराध से बचने और लोगो मे जनजागरूकता लाने के लिये जिला पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने पुलिसिंग ने नवाचार का उपयोग करते हुए साइबर की पाठशाला शुरू की थी जो अब प्रगति करते दूसरे सेमेस्टर में पहुंच गई। बीते दिनों इसका दूसरा पोस्टर जारी किया गया ।जारी हुए पाठशाला-2 के जागरूकता पोस्टर के बारे में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौरने बताया कि सायबर ठग फर्जी ई-मेल से कैसे लोगो को शिकार बनाते है। इसमें ठग/अपराधी पीड़ित को एक बहुत बड़ी अविश्वसनीय रकम की लाटरी लगने, बहुत अधिक मुनाफे का लालच दिखाकर पैसे निवेश कराने, सस्ते ब्याज या 0 प्रतिशत ब्याज पर लोन का वादा करके या ट्रेक्टर या अन्य कोई एजेंसी कम कमीशन पर दिलाने के नाम पर ठगी की शुरूआत करता है और पीड़ित की बैंक खाते की जानकारी उसी से लेकर या धोखेबाज सीधे अपने ही बैंक या वैलेट अकाउंट में रुपये ट्रांसफर करवा लेता है।
लालच और जानकारी के अभाव में पीड़ित अपने मेहनत की कमाई गवा देते है।सायबर की पाठशाला पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने एक विशेष मुहिम है सायबर ठगी के फर्जीवाड़े से नागरिकों को बचाने सूरजपुर पुलिस ने एक प्रभावी कद उठाते हुए लगातार साइबर सुरक्षा संबंधी जागरूता संदेश तथा पोस्टर जारी करता रहेगा।
जिले की थाना,चौक चौकियों, सार्वजनिक स्थानों, स्कूल, हाट बाजार, भीड़भाड़ वाले इलाकों ,बैंक के आसपास जन जागरूकता अभियान जारी है। जगह जगह सायबर अपराध से नागरिकों को बचाने, सोशल मीडिया का सावधानी पूर्वक इस्तेमाल, ऑनलाईन ठगी का शिकार नागरिक न हो उन्हें सायबर अपराध की जानकारी व इससे बचने के उपाए से अवगत कराने के लिए इस मुहिम के तहत सायबर सेल की टीम व जिले की पुलिस नागरिकों को सायबर से संबंधित विषयों पर जागरूक करने में लगा हुआ है।