बिलासपुरिहा छत्तीसगढी मे बनी फिल्म “तीन ठन भोकवा” 12 दिन मे पूरी,कॉमेडी का एक्सक्लूसिव अंदाज़

Shri Mi
4 Min Read

3_than_bhokwa_indexबिलासपुर।पिछले 17 सालो से छोलीवुड का जो ट्रेंड चला आ रहा था उसको हमने कहीं न कहीं थोड़ा बदलने की कोशिश की है।अक्सर ऐसा देखा जाता था कि छोलीवुड कि फिल्मों मे भाई-भाई का झगड़ा होना जैसी फिल्मे थी पर रिसर्च करने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुचे कि ऐसी फिल्म बनाई जाए जो पूरी तरह से कॉमेडी फिल्म हो।इसमे कहीं सिर्फ कॉमेडी का अंश नहीं है बल्कि यह पूरी तरह से एक कॉमेडी फिल्म ही है।तीन ठन भोकवा फिल्म मे ग्रामीण और शहरी परिवेश मे पले बढ़े युवाओं के साथ वर्तमान मे होने वाली परिस्थितियों को बड़ी ही सहजता से दिखाया गया है कि कैसे गाँव मे पढ़ा लिखा युवा जब शहर मे अपने आपको स्थापित करता है, तो शहर चकाचौंध कैसे उसके रास्ते मे रुकावटे लाती है।यह बाते सीजीवाल.कॉम को फिल्म के निर्देशक अनुपम भार्गव ने बताई।अनुपम भार्गव ने बताया कि फिल्म मे तीन हीरो है।अनुपम भार्गव ,भीखम साव ,अमित चक्रवर्ती जो भोकवा का रोल करेंगे।फिल्म की हीरोइन प्रगति राव है।इसके अलावा इस फिल्म मे सरला सिंह ,श्वेता सिंह,प्रतीक भोज और कोरबा के कलाकार प्रतीप नामदेव ने भी रोल किया है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                                                         अनुपम भार्गव ने बताया कि छत्तीसगढी भाषा मे अभी तक जितनी भी फिल्मे बनी है उन सभी से अलग है तीन ठन भोकवा।जो भी फिल्मे बनी है वे HD फॉर्मेट या 2k फ़ारमैट मे आई है,पर तीन ठन भोकवा पहली ऐसी छत्तीसगढी फिल्म है जो 4K फ़ारमैट मे शूट हुई है।साथ ही पहली बार किसी छत्तीसगढी फिल्म मे 5.1 surround डॉल्बी डिजिटल साउंड का इस्तेमाल किया जा रहा है।

                                                         फिल्म मे चार गाने है जिसका म्यूजिक दिया है मनोहर यादव ने।इसके पहले भी मनोहर फिल्म “मिशन छत्तीसगढ़” मे अपना म्यूजिक दे चुके है।फिल्म के गानो की शूटिंग कोरबा के पास “बूका” डैम मे की गई है।साथ ही फिल्म के कुछ हिस्से रायपुर के शंकर नगर,बिलासपुर और आस पास के इलाको मे फिल्माए गए है।अनुपम ने बताया कि फिल्म 15 सितंबर को 30 शहरो के सिनेमाघरों मे रिलीज होगी।

                                                        3_than_bhoka2_indexअनुपम ने बताया कि तीन ठन भोकवा पूरी तरह से मौलिक फिल्म है इसका जो शीर्षक है वो सिर्फ थ्री ईडीयट से मिलता जुलता है।वह थ्री ईडीयट थी ये तीन ठन भोकवा है।आम तौर पर हम छत्तीसगढ़ मे ठन को किसी चीज़ के लिए इस्तेमाल करते है और जो फिल्म के कैरेक्टर है वो इंसान नहीं एलियन्स है और वस्तु के जैसे ही नज़र आएंगे।इसलिए हमने यहाँ ठन का उपयोग किया।अनुपम ने बताया कि फिल्म के स्क्रिप्ट को लेकर हमने छह महीने मेहनत की है।इसके अलावा जितनी भी छत्तीसगढी फिल्मे मार्केट मे,सिनेमाघरों मे या यूट्यूब मे उपलब्ध है,उन सबको देखने के बाद इसकी स्क्रिप्ट लिखी है।फिल्म मे कोई भी सीन या डायलॉग नहीं दिखेगा जिसे आपने पहले किसी और फिल्म मे देखा हो।छत्तीसगढी भाषा को लेकर अनुपम ने बताया कि फिल्म मे 90-95% तक के डायलॉग छत्तीसगढी मे है।कुछ जगहों पर हिन्दी का उपयोग किया गया है।जैसे हर 10-15 किलोमीटर मे छत्तीसगढी भाषा बदलती है,रायपुर की जो छत्तीसगढी है वो बिलासपुर मे थोड़ी अलग हो जाती है।

                                                    अनुपम ने बाताया कि हमने पूरा “बिलासपुरिहा” छत्तीसगढी का इस्तेमाल इसमे किया गया है।साथ ही फिल्म मे लोकोक्तियों और मुहावरों कि भी इस्तेमाल किया गया है। फिल्म की शूटिंग 12 दिनो मे पूरी की गई।फिल्म के बजट को लेकर अनुपम ने बताया कि फिल्म का बजट बहुत लो है।केवल 14 लाख के बजट मे फिल्म का प्रोजेक्ट पूरा किया है।अनुपम ने बताया कि दर्शक न केवल ढाई घंटे कि इस फिल्म का मज़ा लेंगे बल्कि इसके उद्देश्य को भी समझ पाएंगे।

By Shri Mi
Follow:
पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
close