लखनऊ।देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव को लेकर गुरुवार को चुनाव आयोग की अहम बैठक हुई। जिसमें चुनाव आयोग ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने समय पर चुनाव कराने की मांग की है। बता दें कि ओमिक्रोन के चलते यूपी चुनाव को टालने पर चर्चा हो रही थी।
2022 यूपी विधानसभा चुनाव पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा, “सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि हमसे मिले और हमें बताया कि चुनाव सभी COVID19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर कराए जाने चाहिए।” बता दें कि चुनाव तारीखों का ऐलान 5 जनवरी के बाद संभव है।
उन्होंने कहा, “हमने राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठक की थी। राजनीतिक दलों की मांग है कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव कराया जाए। रैलियों में नफरती भाषण व रैलियों में हो रही भीड़ पर भी कुछ दलों ने चिंता जताई है। पोलिंग बूथ पर पर्याप्त संख्या में महिला बूथकर्मी की भी मांग की गई है।”
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है। अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आंकड़े आएंगे। अंतिम प्रकाशन के बाद भी अगर किसी का नाम ना आए तो वो क्लेम कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि SSR 2022 के अनुसार अबतक 52.8 लाख नए मतदाताों को सम्मिलित किया गया है। इसमें 23.92 लाख पुरूष और 28.86 लाख महिला मतदाता हैं। 18-19 आयु वर्ग के 19.89 लाख मतदाता हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “80 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाता, कोरोना संक्रमित मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट डालने की सुविधा प्रदान की जाएगी। 2017 के मतदान का प्रतिशत 61% था, जो लोकसभा चुनाव के समय में घटकर 59% हो गया था। वोटिंग % घटना चिंता का विषय है।”
इसके अलावा कोरोना को ध्यान में रखते हुए मतदान का समय सुबह 8-5 बजे तक था उसे बढ़ाकर 8-6 बजे तक किया जाएगा।बता दें कि अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर शामिल है। वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव कराये जाने को लेकर लखनऊ में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। जिसमें सुशील चंद्रा ने उन सुझावों के बारे में भी जानकारी दी जो राजनीतिक दलों की तरफ से उन्हें मिले हैं।