नयी दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को डाकघर सावधि जमा, एनएससी और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सहित लघु बचत जमा योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की। यह बढ़ोतरी एक जनवरी से लागू होगी।मुख्य रूप से डाकघर की ऐसी योजनाओं का ब्याज बढ़ाया गया है, जिन पर आयकर लाभ नहीं मिलता है। सरकार की यह वृद्धि हाल में ब्याज दरों में हुई बढ़ोतरी के अनुरूप है।
हालांकि, सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और बालिका बचत योजना ‘सुकन्या समृद्धि’ की ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया गया है।वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक एनएसी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और किसान विकास पत्र (केवीपी) पर ब्याज दर में 1.1 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। इन योजनाओं से होने वाली आय कर योग्य है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर एक जनवरी से सात फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। अभी यह 6.8 फीसदी है। इसी तरह, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में मौजूदा 7.6 प्रतिशत के मुकाबले आठ प्रतिशत ब्याज मिलेगा।एक से पांच साल की अवधि की डाकघर सावधि जमा योजना पर ब्याज दरें 1.1 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी।
मासिक आय योजना में भी 6.7 प्रतिशत की जगह अब 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा।कुछ योजनाओं के लिए ब्याज दरों में लगातार दूसरी तिमाही में बढ़ोतरी हुई है। छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें तिमाही आधार पर अधिसूचित की जाती हैं।
नयी दरों के अनुसार डाकघर में एक साल की सावधि जमा पर 6.6 प्रतिशत, दो साल के लिए 6.8 प्रतिशत, तीन के लिए 6.9 प्रतिशत और पांच साल के लिए सात प्रतिशत ब्याज मिलेगा।अधिसूचना में कहा गया है कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर जनवरी-मार्च के दौरान 0.4 प्रतिशत अधिक ब्याज मिलेगा। इस योजना पर आठ प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
सरकार ने 120 महीनों की परिपक्वता वाली केवीपी की ब्याज दरों में 7.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इस समय 123 महीने की परिपक्वता वाली केवीपी पर सात प्रतिशत ब्याज मिलता है।मासिक आय योजना की ब्याज दर 0.40 प्रतिशत बढ़ाकर 7.1 प्रतिशत कर दी गई है, जबकि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। इस पर सात प्रतिशत ब्याज मिलेगा।
बालिका बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर 7.6 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) की ब्याज दर 7.1 प्रतिशत पर अपरिवर्तित है। बचत जमाओं पर सालाना चार फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा