नारायणपुर-कलेक्टर धर्मेष कुमार साहू ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में समय सीमा में लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने जिले में सचांलित सुपोषण अभियान के संबंध में जानकारी ली। बताया गया कि जिले में 560 आंगनबाड़ी केन्द्र स्वीकृत है, जिसमें से 556 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। कुपोषित बच्चों, षिषुवती व गर्भधात्री माताओं को रेडी टू ईट दिया जा रहा है। इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समय-समय पर कुपोषित बच्चों का वजन आदि का जांच करते रहें, ताकि उनके सुपोषण की प्रगति की जानकारी मिल सके। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं हेतु की गयी व्यवस्थाओं की जानकारी ली और आवष्यक दिषा-निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि जिले में धान की फसल के स्थान पर फसलचक्र परिवर्तन के अंतर्गत अन्य लाभाकारी फसल लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारी अधिक से अधिक किसानों को प्रेरित कर इस योजना से जोड़ने के लिए प्रतिबद्धता दिखायें। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत पोषण चंद्राकर, एसडीएम दिनेष कुमार नाग, संयुक्त कलेक्टर निधि साहू, डिप्टी कलेक्टर गौरीषंकर नाग, वैभव क्षेत्रज्ञ, फागेष सिन्हा, सीएमएचओ डॉ एआर गोटा, उपसंचालक कृषि श्री बीएस बघेल, जिला षिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री रविकांत ध्रुर्वे के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना, पौधरोपण, राज्य शासन की सर्वेच्च प्राथमिकता वाली योजना नरवा की समीक्षा की। उन्होंने इस वर्ष स्वीकृत कार्यों की जानकारी लेकर अधिकारियों को इसे पूरा करने के निर्देष दिये। इसके अलावा स्वास्थ्य अधोसंरचना के विस्तार, स्टील ब्रिज के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देष के साथ ही प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना की भी समीक्षा की। उन्होंने पुराने प्रसंस्करण केन्द्रों को वनधन केन्द्रों परिवर्तित करने के निर्देष दिये। बैठक में कलेक्टर ने कोरोना वायरस प्रकरणों की जानकारी ली, इसके साथ ही उन्होंने कोविड-19 के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु किये जा रहे उपायों केें बारे में पूछा। उन्होंने कोविड-19 के वैक्सीनेषन के संबंध में अब तक किये गये वैक्सीनेषन की जानकारी ली।
उन्होंने स्कूली बच्चों के बनाये जा रहे जाति प्रमाण पत्र के प्रगति की जानकारी ली और षिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देषित किया कि सभी स्कूली बच्चों के वर्गवार जानकारी तैयार करें। इसके अलावा उन्होंने मनरेगा के तहत् नये कार्यों के प्रस्ताव, जिसमें पहुंच मार्ग डबरी, कुंआ, पहुंच मार्ग इत्यादि शामिल है के कार्यों को शामिल करने और इसकी सूची तैयार करने कहा। बैठक में कलेक्टर ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास विभाग, वन, पषुपालन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, षिक्षा, मत्स्यपालन, पुलिस सहित अन्य विभागों के प्रकरणों की बारी-बारी से समीक्षा की।