रायपुर।छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्कूल शिक्षा विभाग का विकास खंड कार्यालय में यहाँ पहले शिक्षको का वार्षिक वेतन वृद्धि जोड़ा जाता है बाद में उसे काट दिया जाता है। वार्षिक वेतन वृद्धि काटे जाने की नौबत तब आती है जब मामला स्थानीय लेखा कोष संपरीक्षा कार्यलय से आडिट होकर आता है। स्कूल शिक्षा विभाग के धमधा ब्लॉक के इस कारनामें की नवीन शिक्षक संघ से मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई माह में स्वयं बीईओ कार्यालय द्वारा वार्षिक वेतनवृद्धि जोड़ा गया और अगस्त माह के वेतन से शिक्षको को बिना कोई सूचना व नोटिस के वार्षिक वेतनवृद्धि को काट दिया गया। जो धमधा बीईओ कार्यालय की मनमानी को दर्शाता है।
विरोध करने पहुँचे शिक्षको संघ के पदाधिकारियों ने खण्ड शिक्षा अधिकारी से शिक्षको का वेतन निर्धारण और वार्षिक वेतनवृद्धि के लाभ से जुड़े से नियम कायदों के हवाला की जानकारी मांगी गई तो वे गोलमोल जवाब से संतुष्ट करने की कोशिश करने लगे।धमधा ब्लॉक उपाध्यक्ष रोहित देवांगन,सचिव प्रदीप राजपूत,मीडिया प्रभारी उमेश सोनी,मणिकांत मरकाम,रीना राजपूत,राकेश लहरे,ओमप्रकाश टिकरिहा, खिलेंद्र बघेल,छगन गेंड्रे,सुनील बंछोर सहित अन्य शिक्षको का कहना है कि वेतन निर्धारण में गलतियां है तो उसे सुधार जाए यह प्रक्रिया सभी के साथ होनी चाहिए मनमानी से समस्या का समाधान नही होता है । गलत वेतन निर्धारण करने वाले पर भी कार्यवाही होनी चाहिये । शिक्षको के अहित से जुड़े इस मसले को जिला अध्यक्ष सहित संघ प्रमुख को बता दिया गया ।